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इब्राहिम रईसी की मौत के बाद कौन बन सकता है ईरान का अगला राष्ट्रपति? चर्चा में ये नाम सबसे आगे

Iran Helicopter Crash: ईरान के राष्ट्रपति के निधन के बाद अब उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को अंतरिम राष्ट्रपति का पद दिया जा सकता है।
Written by: न्यूज डेस्क
Updated: May 20, 2024 13:29 IST
इब्राहिम रईसी की मौत के बाद कौन बन सकता है ईरान का अगला राष्ट्रपति  चर्चा में ये नाम सबसे आगे
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी। (इमेज- पीटीआई)
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Iran Helicopter Crash: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को ले जा रहे हेलीकॉप्टर के क्रैश होने की खबर ने दुनियाभर में हलचल मचा दी। मीडिया रिपोर्ट की माने तो हेलीकॉप्टर का मलबा ढूंढ लिया गया है। हादसे वाली जगह पर राष्ट्रपति के जिंदा होने का कोई संकेत नहीं मिला है। इब्राहिम रईसी के निधन के बाद अब यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि अब ईरान की सत्ता कौन संभालेगा?

ईरान के संविधान के अनुसार, अगर किसी राष्ट्रपति की पद पर रहते हुए मौत हो जाती है तो उस सूरत में आर्टिकल 131 के तहत उपराष्ट्रपति को अधिकतम 50 दिनों के लिए यह जिम्मेदारी दी जा सकती है। हालांकि, इसके लिए भी ईरान के सबसे बड़े नेता यानी कि आयतुल्ला खामनेई की इजाजत लेना जरूरी होगा। इस हिसाब से ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर को अब राष्ट्रपति का पदभार दिया जा सकता है।

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उपराष्ट्रपति को अंतरिंम राष्ट्रपति का पद मिलने के बाद, संसद के अध्यक्ष और न्यायपालिका के प्रमुख से बनी परिषद को ज्यादा से ज्यादा 50 दिनों के भीतर ही राष्ट्रपति के चुनाव की व्यवस्था करनी होगी। इब्राहिम रईसी ने साल 2021 में राष्ट्रपति का पदभार संभाला था और अगले राष्ट्रपति के लिए चुनाव साल 2025 में होने वाले थे। हालांकि, अब राष्ट्रपति रईसी की मौत के बाद अब जल्द से जल्द वहां पर चुनाव करवाने होंगे।

कौन हैं मोहम्मद मोखबर?

ईरान में उपराष्ट्रपति को निर्वाचित नहीं किया जाता है। यह एक नियुक्त पद है। यानी कि इसके लिए चुनावी प्रक्रिया नहीं अपनाई जाती है। राष्ट्रपति अपने सहयोगी को ही नियुक्त करते हैं। रईसी ने भी राष्ट्रपति बनने के बाद मोखबर को उपराष्ट्रपति बनाया था।

1 सितंबर 1955 को जन्मे मोखबर को रईसी की तरह सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के करीबी के रूप में देखा जाता है। इनकी राज्य के सभी मामलों में आखिरी राय होती है। उपराष्ट्रपति पद पर नियुक्ति से पहले मोखबर ने 14 सालों तक ईरान के सेताड के प्रमुख के रूप में काम किया। इसको एक ताकतवर आर्थिक समूह के रूप में देखा जाता है। यह ज्यादातर धर्म-कर्म से जुड़े काम करता है। मोखबर ईरानी अधिकारियों की उस टीम का हिस्सा थे, जिन्होंने पिछले साल अक्टूबर में मॉस्को का दौरा किया था और रूस की सेना को सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों और ड्रोन की आपूर्ति करने पर सहमति जताई थी।

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ईरान के राष्ट्रपति के निधन पर पीएम मोदी ने जताया शोक

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन की ना केवल विदेशों में चर्चा है। बल्कि भारत में भी उनकी चर्चा हो रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने ईरानी राष्ट्रपति की मौत पर शोक जताया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि डॉ. सैयद इब्राहिम रईसी के दुखद निधन से गहरा दुख और झटका लगा है। उन्होंने कहा कि रईसी का भारत-ईरान के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में दिया गया योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उनके परिवार और ईरान के लोगों के लिए मेरी संवेदनाएं। इस दुख की घड़ी में भारत, ईरान के साथ खड़ा है।

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