अमेरिका में केवल 'Nice' माइग्रेंट्स ही एंट्री चाहते हैं डोनाल्ड ट्रंप
अपने शासनकाल के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घुसपैठियों को लेकर एक अभियान छेड़ रखा था और मेक्सिको बॉर्ड पर तो एक ऊंची दीवार तक बनवा दी थीं। ट्रंप एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं और वे लगातार राष्ट्रपति जो बाइडेन पर हमला बोल रहे हैं। इसके साथ ही अब उन्होंने मिडिल ईस्ट से लेकर एशिया और अफ्रीका से आने वाले प्रवासियों पर गुस्सा जाहिर किया और कहा कि अच्छे देशों से तो प्रवासी आते ही नहीं है।
फ्लोरिडा के पाम बीच में अरबपति फाइनेंसर जॉन पॉलसन की हवेली में पर हुए करोड़ डॉलर के खर्च पर बात करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर प्रवासियों और घुसपैठियों का मुद्दा उठा दिया है। उनका यह विरोध ऐसे समय में जाहिर हुआ है जब बाइडेन प्रशासन दक्षिणी बॉर्डर से भारी घुसपैठ के चलते बड़े विरोध का सामना कर रहा है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प ने प्रवासियों को लेकर कहा कि ये लोग जेलों और आपदाग्रस्त देशों से आ रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि वे प्रवासी यमन जैसे देश से अमेरिका में प्रवेश कर रहे हैं, जहां आए दिन बम विस्फोट हो रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से लैटिन अमेरिका से घुसपैठ में बढ़ोतरी को लेकर कहा कि गिरोह के सदस्य हेल्स एंजल्स को वास्तव में अच्छे लोगों की तरह बनाते हैं।
किन देशों के लोगों को अच्छा मानते हैं ट्रंप?
ट्रंप ने इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद मेहमानों से पूछा कि अमेरिका डेनमार्क, स्विट्जरलैंड और नॉर्वे जैसे "अच्छे" देशों के लोगों को प्रवास की अनुमति क्यों नहीं देता है। उन्होंने पूछा कि क्या इन देशों से हमारे यहां लोग रहने आ रहे हैं। इसके साथ ही ट्रंप ने बाइडेन और उनके प्रशासन पर हमला बोलते हुए कहा कि घुसपैठ के खिलाफ कार्यक्रम चलाने के मामले में विफल साबित हुए हैं।
इसके पहले भी ट्रंप ने बाइडेन पर बड़ा हमला बोला था। हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान बाइडेन के स्टेट ऑफ द यूनियन की स्पीच को सबसे खराब बताया था और यह तक कह दिया था कि पतंगों से ज्यादा तो भाषण उड़ रहा था।
इतना ही नहीं ट्रंप ने इस दौरान पिछले साल जुलाई में व्हाइट हाउस से मिले कोकीन की खबरों का जिक्र करते हुए भी बाइडेन को निशाने पर लिया।