गिरफ्तार होंगे इजरायली PM नेतन्याहू? ICC के अरेस्ट वॉरंट पर अमेरिका ने दी बुरे अंजाम की धमकी, समझें पूरा विवाद
Benjamin Netanyahu Arrest Warrant: इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध के चलते गाजा पट्टी में भीषण नरसंहार देखने को मिला है। इसको लेकर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ अब एक्शन लिया जा सकता है। खबरें हैं कि अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय उनके खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी कर सकता है। नेतन्याहू ही नहीं बल्कि इजरायल डिफेंस फोर्स के चीफ की भी गिरफ्तारी का फरमान जारी हो सकता है।
इन खबरों के बीच अमेरिका का गुस्सा भी सामने आया है। अमेरिका ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसा कुछ भी होता है, उसका अंजाम आईसीसी को भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। दूसरी ओर टाइम्स ऑफ इजराइल ने अपनी एक रिपोर्ट में सरकार के सूत्रों के हवाले बताया है कि इजराइल अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की संभावित योजनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठा रहा है और इस दिशा में प्रयास भी किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार इजराइल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा गिरफ्तारी वारंट को रोकने के लिए एक खास अभियान का नेतृत्व कर रही है, जिसमे इजरायली विदेश मंत्रालय भी शामिल है। वहीं इस मुद्दे पर अमेरिका में दोनों ही राजनीतिक दल एकजुट होकर मित्र राष्ट्र इजरायल के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं।
अमेरिका बोला - हम नहीं करते ICC की जांच को सपोर्ट
अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा है कि आईसीसी एक स्वतंत्र संगठन है और उनके प्रयास अमेरिका के किसी भी संपर्क या हस्तक्षेप के बिना किए जा रहे हैं। दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपित जो बाइडेन के हवाले से व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर कहा है कि इस स्थिति में आईसीसी का कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है और हम इसकी जांच का विरोध करते हैं।
ICC को अंजाम भुगतने की धमकी!
एक्सियोस की एक रिपोर्ट में सामने आया है कि अमेरिका में दोनों ही पार्टियों के सांसदों ने खुलकर अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायलय को चेतावनी दी है कि यदि शीर्ष इजरायली अधिकारियों के खिलाफ वॉरंट जारी किया गया तो वॉशिंटन अदालत के खिलाफ भी जवाबी कार्रवाई करेगी। अमेरिकी सांसदों का यह बयान एक अंतरराष्ट्रीय टकराव की वजह बन सकता है।
वॉरंट जारी होने पर क्या होगा?
एक बड़ा सवाल यह है कि अगर आईसीसी इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ वॉरंट जारी करता है, तो क्या होगा। इसको लेकर इंग्लैंड में एक्सेस यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल लॉ के लेक्चरर मैथ्यू गिललेट ने कहा कि जिसके खिलाफ वॉरंट जारी होता है, वह 120 से अधिक उन देशों की यात्रा नहीं कर सकता है, जो कि आईसीसी के सदस्य हैं। ऐसा किया तो वह व्यक्ति गिरफ्तार भी हो सकता है।