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फैटी लिवर में क्यों खाना चाहिए सफेद जामुन? अगर आपको भी है ये परेशानी तो जरूर जान लें ये बात

खासकर नॉन-ऐल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज में जिस तरह गलत खानपान के चलते लिवर पर फैट इकट्ठा होने लगता है, ठीक उसी तरह डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल कर इस समस्या से छुटकारा भी पाया जा सकता है।
Written by: हेल्थ डेस्क | Edited By: Shreya Tyagi
नई दिल्ली | June 29, 2024 17:40 IST
फैटी लिवर में क्यों खाना चाहिए सफेद जामुन  अगर आपको भी है ये परेशानी तो जरूर जान लें ये बात
आइए जानते हैं किस तरह सफेद जामुन का सेवन फैटी लिवर की समस्या में राहत दिला सकता है। (P.C- Freepik)
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आज के समय में फैटी लिवर की परेशानी बेहद आम हो गई है। ये समस्या दो तरह की होती है, पहली ऐल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (alcoholic fatty liver disease) और दूसरी नॉन-ऐल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज (Nonalcoholic fatty liver disease)। अब, जैसा कि नाम से ही साफ है, ऐल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज अत्यधिक मात्रा में शराब पीने के कारण होती है और दूसरी है नॉन-ऐल्कोहॉलिक फैटी लिवर के पीछे हेल्थ एक्सपर्ट्स खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खानपान की आदतों को अहम कारण बताते हैं।

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वहीं, अगर लंबे समय तक इस बीमारी पर ध्यान न दिया जाए, तो ये लिवर सिरोसिस का कारण भी बन सकती है। ऐसे में फैटी लिवर की समस्या पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत होती है।

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कैसे पाई जा सकती है राहत?

इस सवाल को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि खासकर नॉन-ऐल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज में जिस तरह गलत खानपान के चलते लिवर पर फैट इकट्ठा होने लगता है, ठीक उसी तरह डाइट में कुछ खास चीजों को शामिल कर इस समस्या से छुटकारा भी पाया जा सकता है। सफेद जामुन इन्हीं खास चीजों में से एक है। आइए जानते हैं किस तरह सफेद जामुन का सेवन फैटी लिवर की समस्या में राहत दिला सकता है।

इस तरह पहुंचाता है फायदा

दरअसल, सफेद जामुन में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। वहीं, फाइबर लिवर पर बढ़ते फैट को कम करने में असर दिखाता है। इसके अलावा मोटापा भी नॉन-ऐल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज का कारण बन सकता है। एनसीबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बॉडी में फैट जब लिवर के वेट से 10 फीसदी ज्यादा बढ़ जाता है, उस दशा में लिवर ठीक ढंग से काम नहीं कर पाता है। ऐसे में भी फाइबर का सेवन फायदेमंद हो जाता है।

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फाइबर रिच फूड खाने से आपको लंबे समय तक पेट भरे होने का एहसास रहता है। ऐसे में आप ओवरईटिंग नहीं करते हैं। इस स्थिति में आपकी बॉडी एनर्जी के लिए शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट को जलाने लगती है। इससे आपका वजन संतुलित होता है और लिवर भी ठीक ढंग से काम कर पाता है।

इसके अलावा सफेद जामुन में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण लिवर के बेहतर कार्य में समर्थन करते हैं। साथ ही सफेद जामुन पानी से भरपूर फल है। ऐसे में इसका सेवन शरीर से टॉक्सिन को फ्लश ऑउट करने में मदद करता है, जिससे भी आपका लिवर ठीक ढंग से काम कर पाता है। इस तरह सफेद जामुन का सेवन फैटी लिवर के मरीजों के लिए मददगार हो सकता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।

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