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इंसान में Bird Flu का अनोखा मामला, WHO ने की पुष्टि, जानिए इस बीमारी के लक्षण और बचाव का तरीका

WHO का कहना है कि एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस का संक्रमण जानलेवा भी साबित हो सकता है इसलिए इस बीमारी के लक्षणों की तुरंत पहचान करना जरूरी है।
Written by: Shahina Noor
नई दिल्ली | Updated: June 12, 2024 17:00 IST
इंसान में bird flu का अनोखा मामला  who ने की पुष्टि  जानिए इस बीमारी के लक्षण और बचाव का तरीका
WHO के मुताबिक 7 जून को ढाई साल की एक बच्ची में H5N1 बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई और उसे ऑस्ट्रेलिया में आईसीयू में भर्ती कराया गया।
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Bird Flu in Human: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को भारत में बर्ड फ्लू के इंसान में फैलने की पुष्टि की। स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि H9N2 वायरस के कारण पश्चिम बंगाल में चार साल के बच्चे में इस संक्रमण का पता चला था। बच्चे को सांस से जुड़ी परेशानी, पेट में दर्द और तेज बुखार होने पर आनन फानन में आईसीयू में भर्ती कराया गया। यह भारत में H9N2 बर्ड फ्लू का दूसरा मामला है। इससे पहले पहली बार 2019 में ये मामला सामने आया था। WHO के मुताबिक 7 जून को ढाई साल की एक बच्ची में H5N1 बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई और उसे ऑस्ट्रेलिया में आईसीयू में भर्ती कराया गया। उन्होंने हाल ही में भारत की यात्रा की थी।

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किन लोगों को है इस संक्रमण से खतरा

बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian influenza) भी कहा जाता है। एवियन इन्फ्लूएंजा Type A वायरस के संक्रमण के कारण होता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार यह आमतौर पर जानवरों के बीच स्थानांतरित होता है, लेकिन यह मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है। पोल्ट्री फॉर्म में काम करने वाले लोगों में इस वायरस से संक्रमित होने का रिस्क सबसे ज्यादा होता है। ये बीमारी वायरस से पीड़ित पक्षी के संपर्क में आने से और उसके मल के संपर्क में आने से फैलती है। बच्चों और बुजुर्गों को इस बीमारी का खतरा अधिक रहता है।

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बर्ड फ्लू के लक्षण कौन-कौन से हैं?

WHO का कहना है कि एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस का संक्रमण जानलेवा भी साबित हो सकता है। इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो

  • आंख आना,आंखों में परेशानी
  • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिम्पटम जैसे पेट में मरोड़, उल्टी, लूज मोशन और डायरिया हो सकता है।
    बुखार, सांस लेने में तकलीफ,पेट में मरोड़, उल्टी, लूज मोशन और डायरिया हो सकता है।
    इंसेफेलाइटिस हो सकता है।

मनुष्यों में वायरस संक्रमण का निदान कैसे करें?

डब्ल्यूएचओ के अनुसार इन्फ्लूएंजा से संक्रमित मनुष्यों का निदान करने के लिए प्रयोगशाला में टेस्ट किया जाता है। इसका टेस्ट हर जगह नहीं किया जाता। इस बीमारी का इलाज एंटीवायरल दवाओं से किया जाता है।

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बीमारी से बचाव कैसे किया जाए

बीमारी से बचाव करने के लिए पोल्ट्री फार्म से दूर रहें, अगर जा रहे हैं तो आप अपने नाक,कान,आंख और कान को पूरी तरह कवर करके जाएं। फॉर्म में प्रोटेक्टिव गियर लगाकर ही जाएं। हाथ-पैर को अच्छी तरह से साबुन से वॉश कर लें। घर की साफ-सफाई रखें। बर्ड फ्लू से बचाव करना है तो आप किचन की अच्छी तरह से साफ-सफाई करें। अंडे का सेवन करने से परहेज करें और अगर अंडे का सेवन करना है तो उबालकर करें। कच्चा डेयरी प्रोडक्ट से दूर रहें।

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