दिन का बढ़ता पारा ही जानलेवा नहीं, रात की गर्मी भी घोट रही है दम, बढ़ सकती हैं ये परेशानियां, अनहोनी से पहले कर लें ये जुगाड़
उत्तर भारत में गर्मी का कहर जारी है। पारा कई जगह 51 तक पहुंच गया है। शिद्दत की गर्मी जीना मुहाल कर रही है। दिन की तेज धूप, गर्म हवाएं और बढ़ती तपिश में लोग चलते-चलते चक्कर खाकर गिर रहे हैं। तेज गर्मी बॉडी में डिहाइड्रेशन बढ़ा रही है और हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ रहा है। गर्मी के दिनों में अक्सर खबरों और अखबारों में गर्मी का जिक्र जब भी होता है तो दिन के समय की धूप और उससे बचाव का जिक्र होता है, लेकिन आप जानते हैं कि रात की गर्मी भी कम कहर नहीं करती। दिन भर सूरज की गर्म हवा और रात में बढ़ती उमस सांसों की रफ्तार को धीमा कर रही है। रात की गर्मी भी बेहद परेशान कर रही है।
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention)के शोध के मुताबिक रात के समय अगर तापमान ज्यादा रहे तो गर्मी से संबंधित बीमारियों, जैसे हीट एग्जॉशन और हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। लम्बे समय तक गर्मी के संपर्क में रहने से दिल पर दबाव पड़ता है और दिल के रोगों का खतरा भी ज्यादा रहता है। इस मौसम में ये स्थिति डिहाइड्रेशन को बढ़ा सकती है।
दिन का हाई तापमान सेहत के लिए जितना खतरनाक है, रात का बढ़ा हुआ तापमान भी उतना ही चिंताजनक है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि रात की गर्मी कैसे दम घोटती है और इस परेशानी से कैसे बचाव किया जा सकता है।
रात की गर्मी का सेहत पर असर
अथरेया अस्पताल, बेंगलुरु के वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक डॉ. चैतन्य एचआर ने बताया कि रात का उच्च तापमान दिन की गर्मी के बाद शरीर को ठंडा नहीं होने देता बल्कि हीटवेव के प्रभाव को बढ़ा देता है। गर्मी में दिन तो गर्म होता ही है, अगर रात भी गर्म हो तो मुश्किल बढ़ जाती है। गर्म दिन के बाद अगर रात ठंडी हो तो कुछ राहत मिलती है और बॉडी को ठंडा रखने में भी कुछ मदद मिलती है।
रात की गर्मी का शरीर पर प्रभाव
डॉ. चैतन्य बताते हैं कि जब दिन के बाद रात में भी तापमान में गिरावट नहीं होती तो शरीर दिन की गर्मी के तनाव से उबर नहीं पाता है।
डिहाइड्रेशन हो जाता है ज्यादा
पर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन किए बिना बॉडी में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में पसीना ज्यादा आता है अगर पानी ज्यादा नहीं पिया जाए तो परेशानी बढ़ सकती है, जिससे शारीरिक कार्य प्रभावित होते हैं।
रात के बढ़ते तापमान से कैसे राहत पा सकते हैं
- रात के समय बढ़ते तापमान से राहत पाने के लिए आप कुछ खास स्ट्रेटेजी बनाएं जो उच्च तापमान से निपटने में आपकी मदद करें। ऐसी कई रणनीतियां हैं जो आपको ठंडा और आरामदायक रहने में मदद कर सकती हैं।
- चादरों और तकियों के कवर के लिए सूती हल्के कपड़े का चुनाव करें। रात के समय हल्के कपड़े पहनें जिससे आपकी स्किन भी सांस ले सकें।
- बिस्तर पर जाने से पहले अपने तकिए या चादर के नीचे आइस पैक या कूलिंग जेल पैड रखें। इससे बिस्तर का तापमान कम करने में मदद मिल सकती है।
- पूरे दिन तो पानी पीते ही है आप रात में सोने से पहले भी खूब पानी पिएं। बॉडी को हाइड्रेट रखकर आप अपनी बॉडी को उसके तापमान को अधिक प्रभावी ढंग से कंट्रोल कर सकते हैं।
- शाम को हल्का और आसानी से पचने वाला खाना खाएं। भारी भोजन आपके शरीर के मेटाबॉलिज्म दर को बढ़ा सकता है और अधिक गर्मी पैदा कर सकता है।
- सोने से पहले ठंडे पानी से नहाएं आपकी बॉडी का तापमान कम हो सकता है और आपको ठंडक महसूस करने में मदद मिलेगी।
- दिन के दौरान सूरज की रोशनी को रोकने के लिए घर के अंदर के तापमान को कम करने के लिए काले पर्दे या शेड का उपयोग करें।
- सुबह और देर शाम घर की खिड़कियां खोलें ताकि ठंडी हवा अंदर आ सके। घर में हवा का प्रवाह बढ़ाने के लिए क्रॉस-वेंटिलेशन तकनीकों का उपयोग करें।
- इनडोर प्लांट का उपयोग करें।अपने बगीचे में पेड़ लगाएं ग्रीन एरिया आपके आस-पास के माहौल को ठंडा करता है और घर में गर्मी का स्तर कम करता है।