नसों को जाम करने लगी है खून की गंदी चर्बी, Cholestrol का पारा भी 200 mgdl को कर गया है पार, इन 5 पीले फलों से दूर करें दिल की टेंशन
खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल का असर दिल की सेहत को भी बिगाड़ रहा है। खराब डाइट का सेवन करने से ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है। कोलेस्ट्रॉल एक चिपचिपा वसायुक्त पदार्थ है जो हार्मोन, पित्त और विटामिन डी के उत्पादन सहित शरीर की कई मेटाबॉलिज्म प्रक्रियाओं के लिए जरूरी है। हमारे शरीर को कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है और वो अपनी जरूरत के मुताबिक कोलेस्ट्रॉल को खुद ही बना भी सकता है। लेकिन वसायुक्त डाइट का अधिक सेवन करने से बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से बढ़ने लगता हैं जो दिल के रोगों का कारण बनता है।
ब्लड में बहुत अधिक कोलेस्ट्रोल दिल के लिए बुरा होता है। कोलेस्ट्ऱॉल का स्तर बढ़ने से वो आर्टीरी वॉल (artery wall) में घुस जाता है और इस दीवार को नुकसान पहुंचाता है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है एक गुड कोलेस्ट्रोल जिसे HDL कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है। खराब कोलेस्ट्रॉल यानी LDL का स्तर बढ़ना दिल की सेहत के लिए खतरा है। दिल की अच्छी सेहत के लिए कोलेस्ट्रॉल का स्तर 60 mg/dL तक रहे तो हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है।
आपका HDL कोलेस्ट्रॉल आदर्श रूप से 60 से ऊपर होना चाहिए जबकि LDL कोलेस्ट्रॉल 100 से नीचे होना चाहिए। आपका कुल कोलेस्ट्रॉल 200 से नीचे होना चाहिए। अगर कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 mgdl से ऊपर चला जाए तो सेहत के लिए खतरा होता है। एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झाजर ने बताया कि अगर आप दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं तो बीमारी को जड़ से हटाएं। बीमारी को जड़ से हटाने के लिए आप सबसे पहले कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करें।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए बिना तेल का खाना खाएं, एनिमल फूड्स से परहेज करें, दूध की मलाई और नट्स से भी परहेज करें। इन सब चीजों से परहेज करके आप बॉडी में फैट को डिपॉजिट होने से रोक लेते हैं। बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल करने के लिए डाइट में बहुत सारे फल और सलाद का सेवन करें। एक्सपर्ट के मुताबिक कुछ फलों का सेवन सेहत पर जादुई असर करता है। एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर से भरपूर फूड्स का सेवन दिल की सेहत के लिए उपयोगी हैं। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फूड्स है जो दिल की सेहत को दुरुस्त करते हैं और कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल करते हैं।
पीली शिमला मिर्च खाएं
दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आप पीले रंग की शिमला मिर्च का सेवन करें। इसमें डाइजेस्टिव एंजाइम होते हैं। इसका सेवन करने से फैटी एसिड कम होता है जिससे खून में फैट की मात्रा कम होती है। शिमला मिर्च का सेवन करने से आंतों की सेहत भी दुरुस्त रहती है। आप अपनी डाइट में पीली शिमला मिर्च का सेवन करें।
अदरक का करें सेवन
अदरक भी पीले रंग की होती है और औषधीय गुणों से भरपूर होती है। अदरक में ऐसे गुण मौजूद हैं जो ब्लड कलॉथ को रिमूव करता है। इसका सेवन करने से फैट कंट्रोल रहता है और बीपी भी नॉर्मल रहता है। इसका सेवन अगर रोजाना सीमित मात्रा में किया जाए तो खून में मौजूद गंदे कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है।
हल्दी का करें सेवन
हल्दी एक ऐसा मसाला है जो कई बीमारियों का इलाज करने में जादुई असर करती है। आप कच्ची हल्दी का सेवन करें तो सेहत को ज्यादा फायदा होता है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर कच्ची हल्दी का सेवन ब्लड को पतला करता है और ट्यूब को चौड़ा करता है। इसका सेवन करके आप आसानी से खून में मौजूद गंदे कोलेस्ट्रॉल को बॉडी से बाहर निकाल सकते हैं।
नींबू का करें सेवन
नींबू एक ऐसा फल है जो विटामिन सी का बेहतरीन स्त्रोत है। पीले रंग के नींबू में पॉलीफेनोल और फ्लेवोनॉयड मौजूद होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करता है। इसका सेवन करने से ब्लॉकेज कंट्रोल रहता है। आप नींबू का सेवन उसका पानी बनाकर कर सकते हैं।
केला का करें सेवन
केला एक ऐसा फल है जिसके सेहत के लिए बेहद फायदे हैं। फाइबर और मिनरल्स से भरपूर केला का सेवन दिल की सेहत को दुरुस्त करता है। इसमें पोटैशियम भी भरपूर मौजूद होता है जो दिल को हेल्दी रखता है।