जान लें गठिया रोग की शुरुआत कैसे होती है? अक्सर लोग इन लक्षणों को कर देते हैं नजरअंदाज
Early signs of arthritis: गठिया की शुरुआत में शरीर में कई सारे लक्षण नजर आते हैं। पर जब किसी बीमारी की शुरुआत होती है तो हमेशा की तरह इसे आम समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। पर यही लक्षण बदलने लगते हैं और समय के साथ गंभीर रूप लेने लगते हैं और देखते ही देखते कब ये लक्षण गंभीर रूप ले लेते हैं समझ नहीं आता। ऐसी स्थिति में आपको शुरुआत से ही इसके लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए और इनपर नजर बनाए रखना चाहिए। तो आइए, सबसे पहले जान लेते हैं गठिया रोग की शुरुआत कैसे होती है और किन बातों का ध्यान रखें।
गठिया रोग की शुरुआत कैसे होती है?
Arthritis Foundation के अनुसार गठिया तब विकसित होता है जब आपके टिशूज हड्डियों को सहारा दे रहे होते हैं। सामान्य रूप से कार्य करने में सक्षम नहीं होते हैं तब व्यक्ति को लगता है शरीर के काम काज में कुछ दिक्कत आ रही है। असल में इसकी शुरुआत जोड़ों के टिशूज के घिसने से होती है जिस वजह से
-सबसे पहले जोड़ों पर रेडनेस नजर आ सकती है।
-ऐसा लग सकता है जैसे जोड़ों के आसा-पास टिशूज में हल्की सूजन हो।
-रोजमर्रा के काम करने में मुश्किल हो सकती हैं।
गठिया के शुरुआती लक्षणों को न करें नजरअंदाज
जब गठिया होता है तो शरीर का अपना ही इम्यून सिस्ट शरीर के जोड़ों और इनके टिशूज पर हमला कर देता है। इससे कई ज्वाइंट्स एक साथ खराब होने लगते हैं और इसका व्यापक प्रभाव पड़ता है। जैसे कि
-दो या दो से अधिक बड़े जोड़ों में सूजन।
-कंधे और कोहनी में दर्द महसूस करना
-कूल्हे, घुटने और टखनों में दर्द होना
-छोटे जोड़ों में सूजन
-हाथ और पैरों की उंगलियों में दर्द होना
-गले के पास और पीठे के निचले हिस्से में दर्द होना
दिन के इस समय ज्यादा तेजी से महसूस हो सकते हैं ये लक्षण
गठिया की शुरुआत में ध्यान देने वाली बात ये है कि सबसे पहले, केवल एक जोड़ प्रभावित हो सकता है। इस दौरान गठिया से पीड़ित जोड़ों में दर्द और अकड़न महसूस होती है, खासकर कि आपने कुछ समय से उनका उपयोग नहीं किया है। सबसे ज्यादा ये लक्षण सुबह के समय उठने के बाद महसूस हो सकते हैं। जैसे कि अक्सर आप सुबह दर्द से उठेंगे और आपके जोड़ों को फिर से चलने में कुछ मिनट लग सकते हैं। तो इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और फिर डॉक्टर को दिखाएं।