पाचन का हेडक्वार्टर दुरुस्त करेंगे ये 4 फूड, रोजाना दिन में 2 बार खाएं, कब्ज दूर होगा और पेट फूलने की समस्या का भी होगा इलाज
कब्ज, सीने में जलन और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) के लक्षणों जैसी समस्याओं से बचने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करना जरूरी है। इन परेशानियों से बचने के लिए टमी फ्रेंडली डाइट का सेवन करना जरूरी है। पाचन को दुरुस्त करने के लिए फाइबर से भरपूर फूड्स का सेवन करें। फाइबर से भरपूर फूड पाचन में मदद कर सकते हैं और कब्ज को रोक सकते हैं। रोजाना 30 ग्राम फाइबर का सेवन आपके पाचन को दुरुस्त करने के लिए जरूरी है।
फाइबर की कमी को पूरा करने के लिए डाइट में चक्की आटा, ब्राउन राइस,फल-सब्जियां, फलियां और जई का सेवन करें। कुछ लोगों को अनाज का सेवन करने से इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम और सूजन की परेशानी होती है। जिन लोगों को अनाज या दूसरी चीजों से फाइबर प्राप्त करने में परेशानी होती है वो फलों और सब्जियों से फाइबर हासिल कर सकते हैं और अपने पाचन को दुरुस्त कर सकते हैं।
हेल्थलाइन के मुताबिक पाचन को ठीक रखना चाहते हैं तो आप अपनी डाइट में कुछ खास फूड्स को शामिल करें। कुछ फूड्स ऐसे हैं जिनका सेवन आपके पाचन तंत्र को हमेशा दुरुस्त करेगा। आइए जानते हैं कि पाचन को दुरुस्त करने के लिए कौन-कौन से असरदार फूड्स हैं।
पाचन ठीक रखने के लिए खूब लिक्विड फूड्स का सेवन करें
पाचन को दुरुस्त करने के लिए रोजाना लिक्विड फूड्स का सेवन करना बेहद जरूरी है। लिक्विड फूड में आप पानी का सेवन ज्यादा करें तो मल सॉफ्ट होगा और कब्ज का इलाज होगा। आप फाइबर का सेवन करते हैं और पानी नहीं पीते तो फाइबर भी बेअसर साबित होगा। फाइबर स्पंज की तरह काम करता है। ये पानी को सोखता है। तरल पदार्थ के बिना फाइबर अपना काम नहीं कर सकता और आपको कब्ज की शिकायत रहती है। कब्ज को दूर करने के लिए आप पर्याप्त लिक्विड फूड का सेवन करें। हर खाने के साथ एक गिलास पानी जरूर पिएं। कैफीन युक्त ड्रिंक का सेवन करने से बचें क्योंकि वे सीने में जलन पैदा कर सकते हैं।
प्रोबायोटिक्स का सेवन करें
प्रोबायोटिक्स पेट के अनुकूल बैक्टीरिया होते हैं जो नेचुरल तरीके से आंत में भी पाए जाते हैं। प्रोबायोटिक्स फूड्स का सेवन न सिर्फ इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम का इलाज करते हैं बल्कि पाचन को भी दुरुस्त करते हैं। दही एक ऐसा फूड है जिसमें प्रोबायोटिक्स मौजूद होते हैं। अगर आप अपने पाचन को दुरुस्त करना चाहते हैं तो आप 4 हफ्तों तक हर दिन दही का सेवन करें। अगर आपको कोई मेडिकल कंडीशन है या इम्युनिटी कमजोर है तो प्रोबायोटिक सप्लीमेंट लेने से पहले डायटीशियन से सलाह लें।
फ्रूट्स का करें सेवन
कई फल फाइबर से भी भरपूर होते हैं। इनमें विटामिन सी और पोटैशियम भरपूर होता है जो पाचन को दुरुस्त करने में बेहद असरदार साबित होता है। पाचन की सेहत के लिए आप सेब, संतरे और केले जैसे पौष्टिक फलों का सेवन कर सकते हैं। ये फल पाचन को ठीक रखने में मदद कर सकते हैं।
पाचन को दुरुस्त रखने के लिए इन चीजों से परहेज है जरूरी
- पाचन को दुरुस्त रखने के लिए लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करना जरूरी है। डाइट में आप वसायुक्त भोजन का सेवन कम करें।
- फिजी ड्रिंक का सेवन करने से बचें।
- धीरे-धीरे खाएं और पिएं। एक साथ भरकर नहीं खाएं।
- धूम्रपान छोड़ें।
- च्युइंग गम नहीं चबाएं और व्यायाम करें।
- उन खाद्य पदार्थों से बचें जो गैस का कारण बनते हैं। डाइट में फ्रुक्टोज और सोर्बिटोल जैसे गैस पैदा करने वाले मीठे फूड्स जैसे कैंडी, च्युइंग गम, एनर्जी बार का सेवन करने से बचें।