बार-बार कड़वा हो रहा है मुंह का स्वाद तो हो जाएं सावधान, गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकता है ये, आज ही करा लें टेस्ट
किसी भी आम या गंभीर बीमारी की चपेट में आने पर हमारे शरीर में पहले ही कई तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स शरीर में महसूस होने वाले हर मामूली से मामूली बदलाव पर गौर करने की सलाह देते हैं। इन बदलावों की समय रहते पहचान कर सही इलाज के साथ बीमारी को अधिक गंभीर होने से रोका जा सकता है। इसी कड़ी में यहां हम आपको एक ऐसे ही लक्षण के बारे में बता रहे हैं, जो किसी भी व्यक्ति को बेहद सामान्य लग सकता है। हालांकि, लंबे समय तक नजर आने पर ये गंभीर बीमारी की ओर इशारा भी हो सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
मामूली नहीं है ये बदलाव
बुखार होने, किसी वायरल संक्रमण की चपेट में आने, एसिडिटी या किसी खास तरह के भोजन के बाद अगर आपके मुंह का स्वाद कुछ कड़वा हो जाता है, तो ये बात बेहद आम है। हालांकि, अगर बीते कुछ दिनों से बिना किसी कारण ये स्थिति बनी हुई है, तो बता दें कि ये एक गंभीर बीमारी की ओर इशारा भी हो सकता है।
लिवर की करा लें जांच
हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लगातार कई दिनों तक बना रहने वाला मुंह का कड़वा स्वाद हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) का शुरुआती लक्षण हो सकता है। इस बीमारी से लिवर संक्रमित हो जाता है और लिवर में सूजन की समस्या बढ़ जाती है। वहीं, अगर लंबे समय तक इसका इलाज न किया जाए, तो लिवर में सेल्स डैमेज होने लगते हैं, इससे लिनर की काम करने की क्षमता प्रभावित होने लगती है और गंभीर मामलों में ये जानलेवा भी हो सकता है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 से चीन के बाद भारत हेपेटाइटिस बी के मामलों में दूसरे नंबर पर है। वहीं, डब्ल्यूएचओ की साल 2024 की रिपोर्ट बताती है कि इस गंभीर वायरस के कारण जान गवाने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में मामूली लक्षण नजर आने पर जांच कराना बेहद जरूरी हो जाता है।
इन अन्य लक्षणों से भी करें पहचान
मुंह का स्वाद कड़वा होने से अलग हेपेटाइटिस बी के कुछ अन्य शुरुआती लक्षणों में बिना वजह थकान महसूस होना, भूख कम लगना, उल्टी आना, पेट दर्द, सिर दर्द, आंखों में पीलापन जैसी समस्याएं शामिल हैं।
क्या है बचाव का तरीका
इससे पहले बता दें कि हेपेटाइटिस बी खांसने, छींकने, गले लगने, साथ खाने आदि से नहीं फैलता है। इससे अलग ये जन्म देने वाले माता-पिता से बच्चों को जन्म के समय संक्रमित कर सकता है। वहीं, बचाव के लिए एक्सपर्ट्स टीकाकरण को जरूरी बताते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।