ये कैसी बीमारी! इस आदमी के शरीर में खुद बनती है शराब, जानें इस बिगड़े बॉडी फंक्शन का कारण
बेल्जियम से हाल ही में एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स को ड्रंक एंड ड्राइव केस में गिरफ्तार किया गया था। जांच के दौरान जब मामला कोर्ट तक पहुंच तो व्यक्ति ने शराब की एक भी बूंद का सेवन करने से इंकार कर दिया। इसके बाद मेडिकल जांच के आदेश दिए गए। वहीं, जब इस शख्स की मेडिकल रिपोर्ट सामने आई, तो पुलिस से लेकर जज भी हैरान रह गए। हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल था कि आखिर ये कैसी बीमारी है?
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गिरफ्तार शख्स की मेडिकल रिपोर्ट में सामने आया कि वह ऑटो ब्रूअरी सिंड्रोम (Auto-brewery Syndrome) नामक एक बीमारी से ग्रसित है। इस अजीबोगरीब बीमारी से पीड़ित होने पर शख्स के शरीर में खुद-ब-खुद शराब बन रही थी। इतना ही नहीं शख्स की बॉडी में शराब की मात्रा भी बेहद अधिक थी। यही वजह रही कि बिना शराब की एक भी बूंद पिए, व्यक्ति को देखने से लग रहा था कि वह नशे में पूरी तरह धुत है।
क्या है इस बीमारी का कारण?
मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई बातचीत के दौरान नोएडा के यथार्थ अस्पताल में कंसल्टेंट गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेपेटोलॉजिस्ट डॉ. मनीष के तोमर ने बताया, 'ऑटो ब्रूअरी सिंड्रोम यानी ABS को गट फरमेंटेशन सिंड्रोम (Gut Fermentation Syndrome) भी कहा जाता है। ये एक दुर्लभ स्थिति है, जिसमें शरीर अपने गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रेक में इथेनॉल बनाने लगता है। दरअसल, इस प्रक्रिया में आंतों में मौजूद बैक्टीरिया कार्बोहाइड्रेट को फर्मेंटेड कर अल्कोहल का उत्पादन कर देते हैं और ये खून में मिल जाता है। इससे शराब पीने के समान लक्षण पैदा होने लगते हैं। इतना ही नहीं, पीड़ित शख्स अगर थोड़ी मात्रा में शराब पी भी ले तो ये लक्षण कहीं ज्यादा गंभीर हो सकते हैं।'
कैसे होते हैं ये लक्षण?
ऑटो ब्रूअरी सिंड्रोम से पीड़ित होने पर आमतौर पर चक्कर आना, सिर घूमना, बोलने में कठिनाई होना, सिर में तेज दर्द, उल्टी, डिहाइड्रेशन, बहुत अधिक थकान आदि लक्षण नजर आ सकते हैं। इससे अलग व्यक्ति को पेट फूलना और दस्त जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी अनुभव हो सकते हैं।
किन लोगों को होती है ये बीमारी?
डॉ. तोमर के मुताबिक, वैसे तो ये बीमारी किसी भी उम्र और किसी भी लिंग के व्यक्ति को हो सकती है। हालांकि, एडीएच (अल्कोहल डिहाइड्रोजनेज) और एएलडीएच (एल्डिहाइड डिहाइड्रोजनेज) से पीड़ित व्यक्तियों में इथेनॉल का मेटाबॉलिज्म करना अधिक कठिन हो सकता है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।