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एक्सपायर्ड चॉकलेट खाने से डेढ़ साल की बच्ची की मौत, जानलेवा हो सकती है Food Poisoning, जानें कैसे पहचानें इसके लक्षण

बच्ची के परिवार का कहना है कि चॉकलेट का एक टुकड़ा खाते ही मासूम के मुंह से खून बहने लगा था। इसके बाद आनन-फानन में उसे क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान बच्ची ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
Written by: हेल्थ डेस्क | Edited By: Shreya Tyagi
नई दिल्ली | April 21, 2024 14:40 IST
एक्सपायर्ड चॉकलेट खाने से डेढ़ साल की बच्ची की मौत  जानलेवा हो सकती है food poisoning  जानें कैसे पहचानें इसके लक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर में हर साल खराब खानपान के चलते फूड पॉइजनिंग से 60 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित होते हैं। (P.C- Freepik)
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पंजाब के पटियाला में केक खाने से 10 साल की बच्ची की मौत का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब, हाल ही में एक और ऐसा दुखद मामला सामने आया है। पटियाला में ही एक अन्य डेढ़ साल की बच्ची की चॉकलेट खाने से मौत की खबर सामने आई है। खबरों के मुताबिक, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की जांच में पता चला है कि चॉकलेट एक्सपायर हो चुकी थी।

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वहीं, मामले को लकर बच्ची के परिवार का कहना है कि चॉकलेट का एक टुकड़ा खाते ही मासूम के मुंह से खून बहने लगा था। इसके बाद आनन-फानन में उसे क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान बच्ची ने दुनिया को अलविदा कह दिया। मेडिकल जांच में भी सामने आया है कि मासूम जहरीला पदार्थ खाने के बाद बीमार पड़ी थी।

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कितनी खतरनाक है फूड पॉइजनिंग?

इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट बताती है कि दुनिया भर में हर साल खराब खानपान के चलते फूड पॉइजनिंग से 60 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित होते हैं। WHO के अनुमान के मुताबिक, इन 60 करोड़ में से हर साल करीब 4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। वहीं, अधिक चिंता की बात यह है कि मरने वालों की इस लिस्ट में 30 प्रतिशत, 5 साल से कम उम्र के बच्चे हैं। ऐसे में आप क्या खा रहे हैं, इस बात पर ध्यान देना बेहद जरूरी हो जाता है।

क्या फूड पॉइजनिंग का इलाज संभव है?

समय रहते फूड पॉइजनिंग के लक्षणों को पहचानकर सही इलाज के साथ स्थिति को गंभीर होने से रोका जा सकता है। इस तरह की समस्या दूषित, खराब या विषाक्त भोजन खाने के चलते होती है। वहीं, फूड पॉइजनिंग होने पर पीड़ित को मतली, उल्टी और दस्त, पेट में दर्द, ऐंठन, जी मिचलाना, भूख में कमी, गंभीर निर्जलीकरण, मुंह का सूख जाना, बहुत कम या बिल्कुल भी पेशाब न आना, पेशाब में खून आना, तीन-चार दिनों तक लगातार तेज बुखार आना, कमजोरी, थकान, सिरदर्द आदि समस्याओं से जूझना पड़ सकता है।

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फूड पॉइजनिंग होने पर क्या करें?

कुछ भी खाने या पीने के बाद शरीर में इस तरह के लक्षण नजर आने पर सबसे पहले तुरंत डॉ. से सलाह लें। जांच के बाद सही इलाज के साथ-साथ खुद को हाइड्रेटेड रखें। फूड पॉइजनिंग होने पर शरीर में दस्त और उल्टी के चलते पानी की बेहद कमी हो जाती है। ऐसे में समय-समय पर पानी पीते रहें। इससे अलग इस स्थिति में हेल्थ एक्सपर्ट्स कैफीन युक्त चीजें जैसे चाय या कॉफी न पीने की सलाह देते हैं। कैफीन पाचन तंत्र को अधिक परेशान कर सकता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।

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