'700 करोड़ की रामायण में रोड साइड गुंडा दिखाया', प्रभास की 'आदिपुरुष' पर भड़कीं सीता दीपिका चिखलिया
80 के दशक में रामानंद सागर की रामायण में माता सीता के रोल से पहचान बनाने वाली एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया ने घर-घर में पहचान बनाई है। इस सीरियल में दीपिका अरुण गोविल (राम) और सुनील लहरी (Sunil Lahri) के साथ नजर आई थीं। अब हाल ही में दीपिका चिखलिया ने नितेश तिवारी की रामायण पर नाराजगी जताई थी। वहीं अब उन्होंने साल 2023 में रिलीज हुई प्रभास, कृति सेनन और सैफ अली खान स्टारर 'आदिपुरुष' को लेकर बात की है।
इस फिल्म की रिलीज के पहले से ही इस पर विवाद शुरू हो गया था। फिल्म के मेकर्स को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। फिल्म में जिस तरह से 'आदिपुरुष' में रावण के किरदार को दिखाया गया था उस पर लोगों ने काफी गुस्सा जताया था। अब इस पर दीपिका चिखलिया ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
'आदिपुरुष' पर क्या बोलीं दीपिका चिखलिया
दीपिका चिखलिया ने हाल ही में इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा कि 'हर बार होता क्या है एक पांच या आठ साल का बच्चा है, उसने अपने माता-पिता के साथ यह फिल्म देखी। जब वह बड़ा होगा उसे वो याद रहेगा कि उनसे 'आदिपुरुष' में क्या देखा था। ये आपके फ्यूचर को बर्बाद कर रहा है। यह चीज मुझे सबसे ज्यादा परेशान करती है। आपकी लाइफ के उस प्वाइंट पर वो आपको यह नहीं समझाएंगे कि रावण ऐसा नहीं था। वो मांस नहीं खाता था।'
वह शिव भक्त था
बता दें कि फिल्म में एक जगह रावण को नॉनवेज खाते हुए दिखाया गया था। इसी पर दीपिका ने कहा कि 'रावण ब्राह्मण था। वह शिव भक्त था। उसमें कई क्वालिटी थीं। वह सिर्फ विलेन नहीं था। वह सिर्फ बुरा आदमी नहीं था। उसने एकमात्र बुरी बात यह की थी कि किसी की पत्नी का हरण किया था। नहीं तो वह विद्वान था। उनको 700 करोड़ की फिल्म में रोडसाइड गुंडा दिखाना सही नहीं था।'
वहीं जब दीपिका से पूछा गया कि क्या उन्होंने 'आदिपुरुष' देखी है? इसके जवाब में एक्ट्रेस ने कहा कि 'मैंने टीवी पर थोड़ी बहुत देखी और वाकई बहुत ज्यादा हर्ट हुई थी। मुझे ये बिल्कुल भी पसंद नहीं आई।'
रणबीर कपूर की 'रामायण' पर क्या बोली थीं दीपिका
मालूम हो कि दीपिका ने रणबीर कपूर की रामायण पर अपनी राय रखते हुए कहा था कि 'धार्मिक ग्रंथों में बदलाव नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो, मैं उन लोगों से काफी निराश हूं जो रामायण बनाते रहते हैं क्योंकि मुझे नहीं लगता कि आपको ये करना चाहिए। लोग इसे गड़बड़ कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि लोगों को बार-बार रामायण बनानी चाहिए क्योंकि हर बार जब वे इसे बनाते हैं, तो कुछ नया लाना चाहते हैं।'