Exclusive: एक्टिंग ही नहीं, बॉक्सिंग में भी एक्सपर्ट हैं 'अनदेखी 3' एक्टर वरुण भगत, बोले- 'स्पोर्ट्स से प्यार है और एक्टिंग पैशन है'
वेब सीरीज 'अनदेखी 3' को ओटीटी प्लेटफॉर्म सोनी लिव पर स्ट्रीम कर दिया गया है। इसमें दिव्येंदु भट्टाचार्य जैसे एक्टर्स ने लीड रोल प्ले किया है। सीरीज को दर्शकों की ओर से काफी पसंद किया जा रहा है। इस सीरीज में एक और एक्टर वरुण भगत हैं, जिन्होंने दर्शकों को ना केवल अपनी एक्टिंग बल्कि लुक और ट्रांसफॉर्मेशन से इंप्रेस कर दिया है। इसी बीच वरुण भगत ने जनसत्ता.कॉम से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपने एक्टिंग करियर से लेकर स्ट्रगल तक के बारे में बात की। वरुण को एक्टिंग के साथ-साथ स्पोर्ट्स में भी काफी रूचि है। वो बॉक्सिंग भी करते हैं। ऐसे में उन्होंने कहा, 'मैं कोई बॉक्सर नहीं हूं। मुझे स्पोर्ट्स में काफी रूचि है तो मैं पहले ट्रेंड किया करता था। मैंने इसमें ट्रेनिंग की हुई है। मैं 2014 से ये कर रहा हूं।'
इस दौरान एक्टर से पूछा गया कि बॉक्सिंग में रूचि होने के नाते उन्होंने एक्टिंग को ही क्यों चुना? इस पर वरुण ने कहा, 'अगर मैं ऐसा करता तो मेरे घरवाले मुझे घर से निकाल देते। लेकिन, अगर मैं करना चाहता तो वो मुझे सपोर्ट करते। मैं हमेशा से ही एक्टिंग में आना चाहता था। मुझे स्पोर्ट्स से प्यार है पर एक्टिंग मेरा पैशन है। मुझे स्पोर्ट्स काफी पसंद रहा है लेकिन करियर बनाने का नहीं सोचा।'
15 सेकंड के इंटरव्यू के लिए 5 घंटे करते थे इंतजार
एक्टिंग में संघर्ष को लेकर वरुण भगत ने कहा, 'संघर्ष का क्या है? जैसे हरिवंश राय बच्चन जी की कविता है कि जब तक जीवन है तब तक संघर्ष है। एक सीरीज या फिल्म के चल जाने से संघर्ष नहीं खत्म हो जाता है। लगातार फोन कॉल्स करते रहना पड़ता है कि अब क्या? लेकिन हां, मैंने एक्टिंग के बारे में 10-12 साल पहले सोचा था। मैंने तीन दिन में प्लान बनाया कि सिनेमा पढ़ना है क्योंकि मुझे सिनेमा से प्यार है। जब मैं मुंबई आया और काम के लिए स्ट्रगल करना शुरू किया तो शुरुआत में कुछ नहीं पता होता था कि कहां जाना है कैसे काम मिलेगा। ऑडिशन के लिए भी जब हम जाते थे तो पूरा बक्शा लेकर जाते थे क्योंकि पता नहीं होता था वहां कैसे जूते और कैसे कपड़े चाहिए होंगे। इस दौरान तो कई बार ऐसा रहा है कि कई लोग चाय-पानी पूछते थे और कई लोग तो मुंह पर ही दरवाजा बंद कर देते थे। कभी-कभी तो 15 सेकंड के इंटरव्यू के लिए पांच-पांच घंटे बैठना पड़ता था।'
वरुण भगत आगे बताते हैं, 'मैं खुद को स्क्रीन पर नहीं देखता हूं। लेकिन जब उनकी मम्मी ने उन्हें पहली बार पर्दे पर देखा तो वो रो पड़ी थीं।' खुद को स्क्रीन पर देखने के लिए कहते हैं, 'जिस दिन उस काबिल हो जाऊंगा मैं देख लूंगा। मैं खुद को देखकर असहज हो जाता हूं।'
इसके साथ ही वरुण भगत ने हॉलीवुड की तरह दिखने वाले लुक को लेकर कहा, 'मैंने ये लुक इसलिए रखा था क्योंकि सीरीज में मेरे किरदार का नाम लकी था। इसके लिए मैंने किया था। जब मैं इस कैरेक्टर को बना रहा था तो लोग कहने लगे थे कि तू क्या कर रहा है। आज वो सभी को पसंद आ रहा है।' हॉलीवुड एंट्री को लेकर कहा, 'जब फोन बजेगा तो निकल लूंगा।'
वरुण भगत को है पांच भाषाओं का ज्ञान
वहीं, वरुण भगत को पांच भाषाएं हिंदी, पंजाबी, हरियाणवी, इंग्लिश और यूपी की भाषा आती हैं। इसे लेकर उनका कहना है, 'मैं यूपी और हरियाणा की भाषा में अच्छे से बोल सकता हूं लेकिन पंजाबी में थोड़ी दिक्कत हो सकती है। यूपी की भाषा अच्छे से इसलिए आती क्योंकि कॉलेज के दिनों दोस्त यूपी के काफी रहे हैं तो उनके साथ रहते हुए सीख लिया था।'
न्यूकमर्स के लिए ओटीटी बेस्ट है?
इसके साथ ही वरुण भगत से सवाल किया गया कि न्यूकमर्स के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म कैसा है? उन्होंने बताया, 'ये जो समय है ना इसमें एक नए एक्टर के लिए ओटीटी काफी बेहतरीन है। यहां लोगों की ज्यादा से ज्यादा रीच है और कंटेंट की भरमार है। नए एक्टर्स अपने आपको एक्सप्लोर कर सकते हैं। समय की मांग भी ओटीटी ही है। ओटीटी आज के समय में एक अवसर है।' वहीं, वरुण रोल को चूज करने को लेकर बताते हैं, 'वो सबसे पहले कहानी को पढ़ते हैं। मेरा मानना है कि अगर आपको पर्सनली कहानी पसंद आ रही है तो वो लोगों को भी अच्छी लगेगी।'