'मेरे पास भागकर आते थे, पैर छूते थे…', दिलजीत दोसांझ को पहले से जानती थीं अमर सिंह चमकीला की पत्नी, बोलीं- 'रोंगटे खड़े हो गए थे'
दिलजीत दोसांझ (Diljeet Dosanjh) और परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chopra) की फिल्म 'चमकीला' को हाल ही ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिकस पर स्ट्रीम किया गया। रिलीज के बाद से ही ओटीटी पर छाई हुई है। इसमें दोनों स्टार्स की एक्टिंग को लोगों ने खूब सराहा। अमर सिंह चमकीला के कैरेक्टर को दिलजीत ने जीवंत कर दिया है। इसे ना केवल क्रिटिक्स बल्कि दर्शक भी खूब पसंद कर रहे हैं और तारीफ कर रहे हैं। इसी बीच अब चमकीला की पहली वाइफ गुरमैल कौर ने दिलजीत के साथ अपनी पहली मुलाकात के बारे में बताया। उन्होंने खुलासा किया वो एक्टर से फिल्म के सेट पर नहीं मिली थीं बल्कि इसके पहले से ही वो उन्हें जानती थीं।
दरअसल, अमर सिंह चमकीला की वाइफ ने हाल ही में लव पंजाब के यूट्यूब चैनल से बात करते हुए दिलजीत संग अपनी मुलाकात और उनके काम को लेकर बात की। दिलजीत के चमकीला के किरदार को निभाने को लेकर गुरमैल कौर का कहना था कि उन्हें काफी खुशी हुई, जब पता चला कि दिलजीत चमकीला का रोल अदा कर रहे हैं। उन्हें चमकीला के कैरेक्टर को निभाता देख गुरमैल के रोंगटे खड़े हो गए थे। गुरमैल बताती हैं कि एक्टर ने हूबहू चमकीला की तरह ही कपड़े पहने थे। वैसा ही हेयरकट था। जब वो उनसे सेट पर मिली थी तो उन्होंने एक्टर को गले लगा लिया था। इस दौरान उन्होंने बताया कि वो दिलजीत से इससे पहले मिल चुकी थीं।
कहां हुई थी पहली मुलाकात?
गुरमैल कौर ने इस बातचीत में बताया कि वो दिलजीत से तब नहीं मिले थे जब उन्होंने फिल्म में काम करना शुरू किया था। वो उनसे पहले भी मिल चुकी थीं। दिलजीत और गुरमैल की पहली मुलाकात गांव के एक बैंक में हुई थी। वो वहां पैसे के लिए जाती थीं और वो भी वहां होते थे। एक्टर जब भी चमकीला की पत्नी को देखते थे तो वो भागकर उनके पास चले जाते थे और उनके पैर छूते थे। वहीं, जब वो उनसे सेट पर मिली थीं तो उन्होंने दिलजीत से पूछा कि वो उन्हें याद हैं फिर एक्टर ने कहा था कि हां वो याद हैं।
आज तक नहीं सुलझ पाई मर्डर की गुत्थी
इसके साथ ही गुरमैल का कहना था कि उनके और अमरजोत के बीच कभी कोई कड़वाहट नहीं थी। वो चमकीला के साथ उनसे मिलने आती थीं। दोनों साथ में खाना भी बनाते थे। आपको बता दें कि चमकीला ने दूसरी शादी अमरजोत से की थी। उनके साथ चमकीला गाना गाया करते थे। इसके बाद 1988 में दोनों की गोल मारकर हत्या कर दी गई थी। आज तक दोनों के मर्डर की गुत्थी नहीं सुलझ पाई है।