CineGram: मरने के बाद दु्ल्हन बनी थीं स्मिता पाटिल, दुधमुंहा बेटा भी आखिरी समय में होने लगा था मां से परेशान!
CineGram: स्मिता पाटिल फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा नाम रहीं, लेकिन उनकी जिंदगी बहुत कम थी। महज 31 साल की उम्र में ही स्मिता ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। उन्होंने कम जिंदगी जी और उसमें भी हर तरह का दुख देखा। न वह शादी कर पाईं, न उन्हें औरत होने के नाते सम्मान मिल सका, न उनके रिश्ते अपनी मां के साथ मधुर रह सके और न बेटे को जन्म देने के बाद वह उसे जी भर के सीने से लगा पाईं।
स्मिता पाटिल और राज बब्बर के रिश्ते का जिक्र आज भी लोग किया करते हैं, लेकिन कम ही लोग ये जानते होंगे कि जीते जी स्मिता कभी राज बब्बर की दुल्हन नहीं बन पाईं। वह उनके बेटे की मां जरूर बनीं पर उसके बाद ज्यादा जी नहीं पाईं।
जिस वक्त स्मिता पाटिल और राज बब्बर का रिश्ता शुरू हुआ था तब राज बब्बर पहले से शादीशुदा था। उन्होंने स्मिता के लिए अपनी पत्नी को तो छोड़ दिया था लेकिन कभी स्मिता के साथ शादी नहीं की थी। मैथिलि राव की किताब में स्मिता की लाइफ के सभी जरूरी मुद्दों का जिक्र किया गया है।
मां से हो गया था मनमुटाव
स्मिता पाटिल एक स्ट्रॉन्ग महिला थीं लेकिन राज बब्बर के प्यार में वह इस तरह पागल थीं कि उन्हें सही गलत कुछ समझ नहीं आता था। उन्हें लोग राज बब्बर की लाइफ की दूसरी औरत कहा करते थे और ये बात स्मिता की मां को कतई पसंद नहीं थी, जिसके कारण उन्होंने अपनी बेटी से बात करना छोड़ दिया था।
वह राज बब्बर के साथ लिव इन में रहती थीं और इस दौरान वह प्रेग्नेंट हो गईं, उन्होंने 1986 में अपने बेटे प्रतीक बब्बर को जन्म दिया। प्रतीक जो आज बॉलीवुड के जाने माने एक्टर हैं। उनके जन्म के समय से ही स्मिता पाटिल को हेल्थ इश्यू होने लगे थे और कुछ ही दिनों में उनकी मौत भी हो गई थी।
बेटा खुद को कर रहा था मां से दूर
प्रतीक के जन्म के बाद वह काफी बीमार रहने लगी थीं। एक दिन जब वह बीमार थीं तो उन्हें अपने बेटे के रोने की आवाज आई। वह उसके पास गईं और गोद में लेकर उसे चुप कराने लगीं। तभी उनका बेटा अपना सिर उनके शरीर से दूर करने लगा। दरअसल उस वक्त स्मिता का शरीर बुखार से तप रहा था। इसके बाद स्मिता ने खुद को लपेटा और बेटे को दूध पिलाया।
मरने के बाद बनी थीं दुल्हन
ऐसे ही कुछ दिन बीते और फिर अचानक उनकी हालत गंभीर हो गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने कहा कि वह कोमा में जा चुकी हैं। उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था और अगली सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली।
दुल्हन की तरह सजी थी स्मिता
जिंदा रहते हुए स्मिता को दुल्हन बनने का सुख नहीं मिला था, लेकिन उन्होंने ये इच्छा जाहिर की थी कि जब वह मरें तो उन्हें सजाया जाए। स्मिता ने अपने मेकअप आर्टिस्ट दीपक सावंत से ये बात कही थी और हुआ भी ऐसा। दीपक ने स्मिता के शव को दुल्हन की तरह सजाया था और इस बात का उन्हें बहुत दुख था।