CineGram: 200 फिल्मों में बनीं 'मां', 6 दशक तक किया इंडस्ट्री में राज, फिर भी अधूरी रह गई फरीदा जलाल की ख्वाहिश
भारतीय सिनेमा की सीनियर एक्टर फरीदा जलाल (Farida Jalal) भले ही अब पर्दे पर नजर नहीं आती हैं लेकिन, उनके काम और अभिनय की तारीफ आज भी की जाती है। उनकी फिल्मों की वजह से वो आज भी लोगों के जहन में हैं। उन्होंने इंडस्ट्री में मां बनकर राज किया है वो भी एक दो नहीं बल्कि 6 दशक तक उनका सिक्का चलता रहा है। इस बीच वो शाहरुख खान की ऑनस्क्रीन मां बनकर फेमस हुईं। काफी पॉपुलैरिटी के बाद भी आपको पता है कि उनकी एक ख्वाहिश आज भी अधूरी है, जिसका उन्हें अब तक मलाल है।
दरअसल, फरीदा जलाल को बीते दिन ही वेब सीरीज 'हीरमंडी' के प्रीमियर में देखा गया था। इस इवेंट के जरिए एक्ट्रेस पहली बार पब्लिकली देखा गया। इसमें उनका लुक काफी बदला हुआ दिखा। इस वेब सीरीज से वो लंबे समय के बाद पर्दे पर वापसी कर रही हैं। इसमें उन्होंने सपोर्टिंग रोल प्ले किया है। 75 साल की उम्र में फरीदा को देखते ही पैपराजी और फैंस की खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। ऐसे में आपको उनकी उस ख्वाहिश के बारे में बता रहे हैं, जो अधूरी रह गई और आज भी उन्हें मलाल रहता है।
इस फिल्म से चमकी किस्मत
फरीदा जलाल ने अपने करियर में करीब 200 फिल्मों में काम किया है। इस बीच उन्होंने ना केवल हिंदी बल्कि तमिल और तेलुगू फिल्मों में भी हाथ आजमाया था। हिंदी फिल्मों में उनके करियर शुरू करने की बात की जाए तो उनकी पहली फिल्म 'तकदीर' थी। इसे 1967 में रिलीज किया गया था। इसके बाद उन्होंने 'पारस' और 'हिना' जैसी बेहतरीन फिल्मों में काम किया था। उन्हें नेम और फेम फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' से मिली। इस मूवी ने उनके करियर में चार चांद ही लगा दिए। इसके लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था।
टीवी सीरियल्स में भी किया काम
इसके अलावा फरीदा जलाल ने टीवी सीरियल्स में भी काम किया था। यहां भी उनकी अदाकारी का जादू चल पड़ा। उन्होंने 'ये जो है जिंदगी', 'देख भाई देख', 'शरारत' और 'अम्माजी की गली' जैसे शोज में काम किया है।
नेम और फेम के बाद भी अधूरी रह गई ख्वाहिश
फरीदा जलाल ने भले ही फिल्मों में अच्छा खासा नाम कमाया। 'मां' बनकर उन्हें अच्छी खासी पॉपुलैरिटी हासिल हुई लेकिन, बावजूद इसके उनकी एक ख्वाहिश अधूरी रह गई और इसका मलाल उन्हें आज भी होता है। अभिनेत्री की ख्वाहिश कोई और नहीं बल्कि एक्ट्रेस बनने की थी। वो फिल्मों में बतौर एक्ट्रेस अभिनय करना चाहती थीं। इसके उन्होंने कड़ी मेहनत भी की थी। इसके अलावा अफसोस उन्हें रहता है कि वो कभी अपने डांस का टैलेंट नहीं दिखा पाईं। वो डांस की शौकीन थीं लेकिन, कभी मौका नहीं मिला जब वो अपना हुनर लोगों को दिखा सकें। इस बात का मलाल उन्हें आज तक रहता है।
मां और बहनों के रोल के लिए रहीं मेकर्स की पहली पसंद
आपको बता दें कि फरीदा जलाल करियर के शुरुआती दिनों से ही मां और बहनों के रोल के लिए मेकर्स की पहली पसंद रही थीं। शुरुआत में सिल्वर स्क्रीन पर उन्होंने दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र जैसे बड़े कलाकारों की बहनों का रोल प्ले किया और उन्हें काफी पसंद भी किया गया। गौरतलब है कि फरीदा का असली नाम फरीदा शमी है। उनका जन्म दिल्ली में हुआ था।