CineCrime: AC चालू था तो बदबू नहीं आई! जब कंगना रनौत की को-एक्ट्रेस का हुआ था मर्डर, चार दिन तक किसी को नहीं लगी थी भनक
CineCrime: आंखों में बड़े-बड़े सपने लेकर कई लोग मुंबई जाते हैं लेकिन सफलता हर किसी को नहीं मिलती। कुछ लोग बड़े पर्दे पर छा जाते हैं तो कई ऐसे भी हैं जो गुमनामी की गलियों में खो जाते हैं। एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कई चेहरे ऐसे भी आए जो कुछ दिनों में ही गायब हो गए। कुछ गलत कामों में फंस गए तो कुछ तो गलत जगह धकेलकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। हम बात कर रहे हैं एक ऐसी ही एक्ट्रेस की, जिसे नशेड़ियों की संगत में रहना भारी पड़ा।
जी हां! कंगना रनौत के साथ फिल्म 'रज्जो' में काम कर चुकी कृतिका चौधरी के साथ कुछ ऐसा ही हुआ था। उनके नशेड़ी दोस्तों ने उनकी हत्या कर दी थी। कृतिका की मौत साल 2017 में हुई थी और उनका शव उनके घर में बुरी हालत में पड़ा मिला था। बताया जाता है कि उनका ड्रग्स का धंधा करने वाले लोगों के साथ उठना बैठना था और उन्हीं लोगों ने उनकी हत्या की थी।
एसी चालू था तो नहीं आई बदबू
कृतिका मुंबई में एक घर में अकेली रहा करती थीं। पुलिस का कहना था कि उनकी मौत पूरी साजिश के साथ की गई थी। हत्यारों ने उनकी हत्या करके घर का एसी चला दिया था, अगर शव सड़ भी जाए तो बदबू घर के बाहर न जा पाए। जब चार दिनों तक कृतिका घर से नहीं निकलीं और घर के आसपास हल्की-हल्की बदबू फैली तो आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आकर दरवाजा तोड़ा और घर में देखा तो कृतिका की लाश पड़ी सड़ रही थी।
उनकी मौत कैसे हुई किसी को इसकी जानकारी नहीं थी। फिर सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए और आसपास के लोगों से पूछताछ की गई। जिसके आधार पर दो लोगों की गिरफ्तारी हुई, इनमें से एक का नाम शकील नसीम और दूसरे का नाम वासुदास था।
छह हजार रुपये को लेकर हुई थी बहस
दोनों से पूछताछ में पता चला कि उन्होंने ही कृतिका को मारा था। उन्होंने पहले कृतिका के साथ खाना खाया था फिर उनके बीच छह हजार रुपये के लेनदेन को लेकर बहस हुई। बहस इतनी बड़ गई कि उनमें से एक शख्स ने कृतिका पर हमला कर दिया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया जाता है कि कृतिका पर हाथ में पहनने वाले लोहे के पंजे से की गई थी।