पायल कपाड़िया के कान्स 2024 में अवॉर्ड जीतने पर गजेंद्र चौहान ने कसा तंज, भड़क गए विजय वर्मा, बोले- चुप रहने का…
कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 में पायल कपाड़िया ने अपनी फिल्म ‘आल वी इमेजिन एज लाइट' के लिए 'ग्रांड प्रिक्स' पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया दिया है। पायल की इस उपलब्धि के लिए फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) के पूर्व चेयरमैन गजेंद्र चौहान ने भी उन्हें बधाई दी है। साथ ही उन्होंने पायल की स्कॉलरशिप रोकने और उनकी गिरफ्तारी पर भी रिएक्ट किया है। गजेंद्र चौहान के रिएक्शन पर अब बॉलीवुड विजय वर्मा चुकटी ले ली है।
गजेंद्र चौहान कसा तंज
गजेंद्र चौहान ने पीटीआई को दिए अपने ताजा बयान में पायल कपाड़िया को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि 'मेरी पायल से या एफटीआईआई से कोई नाराजगी नहीं है। बाकी मेरी नियुक्ति सरकार ने की थी और मैं अपनी जिम्मेदारी निभाने गया था। यह मामला वहां के डायरेक्टर प्रशांत पाठराबे से संबंधित है। उन्हें 35 बच्चों ने 12-14 घंटा बंधक बनाकर रखा था। उन्हें डायबिटीज थी। उनकी शुगर लो थी, उन्हें खाने को भी नहीं दिया था तो इसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई में एफआईआर हुई थी।'
उन्होंने आगे कहा कि 'अभी सब पायल के अवॉर्ड जीतने पर बात कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने क्या-क्या किया यह भी तो सामने आना चाहिए। खैर मैं पायल को बधाई देता हूं। मुझे गर्व है कि मेरे समय की छात्रा को इतना बड़ा सम्मान मिला है। मेरी शुभकामनाएं हैं उनके साथ। आगे खूब काम करें।' विजय राज ने FTII के पूर्व चेयरमैन गजेंद्र के कमेंट को लेकर इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक पोस्ट किया है।
विजय वर्मा ने क्या कहा
विजय वर्मा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर गजेंद्र चौहान का बयान शेयर किया है। इसके साथ उन्होंने कॉमेडियन अभिषेक उपमन्यु का 'करवाली बेज्जती?' वाला मीम लगाते हुए गजेंद्र चौहान पर टिप्पणी की है। विजय यहीं नहीं रुके। उन्होंने लिखा कि 'सर ये चुप रहने का समय था।'
क्या है पूरा मामला
बता दें कि साल 2015 में जब गजेंद्र एफटीआईआई के चेयरमैन थे, तब पायल कपाड़िया ने दूसरे छात्रों के साथ मिलकर उनकी नियुक्ति का विरोध किया था। यह कोई छोटा-मोटा प्रदर्शन नहीं था। यह 139 दिनों तक चला था। विवाद इतना गहरा गया था कि उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज की गई थी। कुछ दिनों बाद, पुणे पुलिस ने सात छात्रों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि पायल सहित कई अन्य को अग्रिम जमानत मिल गई।