Bhojpuri Adda: पवन सिंह से पहले, ना मनोज तिवारी ना रवि किशन, पहली बार में कोई भोजपुरी स्टार नहीं जीत पाया लोकसभा चुनाव!
लोकसभा चुनाव 2024 में इस बार बॉलीवुड से लेकर साउथ स्टार्स तक चुनावी मैदान में थे। इसमें किसी को जीत मिली तो किसी को हार। बॉलीवुड से अरुण गोविल और कंगना रनौत ने चुनावी जंग जीती। साथ ही साउथ से पवन कल्याण ने भारी वोटों से जीत दर्ज की। इसके साथ ही इसी कड़ी में भोजपुरी स्टार्स का भी बोलबाला खूब रहा। इसमें रवि किशन, मनोज तिवारी, निरहुआ दिनेश लाल यादव और पवन सिंह जैसे सेलेब्स ने हिस्सा लिया था। इसमें पवन सिंह पहली बार चुनावी मैदान में थे। लेकिन, काराकाट से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में आपको बता रहे हैं कि ये कोई पहली बार नहीं है जब लोकसभा चुनाव कोई भोजपुरी स्टार पहली बार में हारा हो। अभी तक के स्टार्स का यही इतिहास रहा है। चलिए बताते हैं…
मनोज तिवारी
इस लिस्ट में अगर किसी का नाम पहले आता है तो वो हैं मनोज तिवारी। भोजपुरी के जाने-माने एक्टर और सिंगर मनोज तिवारी राजनीति में एंट्री करने वाले पहले एक्टर बने। उन्होंने साल 2009 में पहला लोकसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से चुनाव लड़ा था। यहां उनकी टक्कर बीजेपी के योगी आदित्यनाथ और बसपा के विनय शंकर तिवारी से हुई थी और हार का सामना करना पड़ा था। मनोज को यहां पर 11 फीसदी ही वोट मिले थे और वो तीसरे स्थान पर थे।
रवि किशन
भोजपुरी के अमिताभ बच्चन कहे जाने वाले रवि किशन ने अपना पहला लोकसभा चुनाव जौनपुर से लड़ा था। उन्होंने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस के टिकट पर की थी। यहां उन्हें 4.2 फीसदी वोट ही मिले थे। इसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए थे।
दिनेश लाल यादव 'निरहुआ'
भोजपुरी के जुबली स्टार कहे जाने वाले एक्टर दिनेश लाल यादव निरहुआ ने पहली बार लोकसभा चुनाव 2019 लड़ा था। उन्होंने पहला बार चुनाव बीजेपी के टिकट पर सपा के प्रमुख अखिलेश यादव के खिलाफ लड़ा था। लेकिन, यहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन, 2022 में हुए उपचुनाव में उन्होंने जीत हासिल की थी और 2024 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से हार का सामना करना पड़ा।
पवन सिंह
भोजपुरी के पावरस्टार पवन सिंह लंबे समय से बीजेपी के साथ जुड़े थे। लेकिन, 2024 लोकसभा चुनाव में मनपसंद सीट से टिकट ना मिलने की वजह से उन्होंने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा। उन्होंने काराकाट से पर्चा दाखिल किया था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा, जिसके बाद अब अपनी पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया।