'सच बोलूंगा तो किसी को चेहरा दिखाने लायक नहीं होगा', अभय देओल संग अनबन पर क्या बोल गए अनुराग कश्यप
अनुराग कश्यप हाल ही में फिल्म बैड कॉप लेकर आए हैं। फिल्म निर्माता-अभिनेता ने इस फिल्म के प्रमोशन के लिए दे रहे इंटरव्यू में अभिनेता अभय देओल और पंकज झा के साथ अपनी गलतफहमियों के बारे में खुलकर बात की। जहाँ उन्होंने पंकज झा के साथ हुई कॉन्ट्रोवर्सी को पूरी तरह से गलतफहमी बताया, वहीं देव डी स्टार अभय देओल के बारे में उनकी राय बिल्कुल अलग थी।
अभय देओल के बारे में बात करते हुए अनुराग कश्यप ने कहा, "अगर मैं सच बोलूँगा, तो वो (अभय) चेहरा दिखाने लायक नहीं बचेगा।" जेनिस सेक्वेरा के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में, फिल्म निर्माता-अभिनेता से पूछा गया कि वह रिश्ते निभाने में खराब है। इस पर कश्यप ने जवाब दिया, "मैं रिश्ते निभाने में बुरा नहीं हूँ। अभय से मैं देव डी की शूटिंग के बाद से नहीं मिला हूँ। वह प्रमोशन के लिए भी नहीं आया और उसने तब से मुझसे कभी बात नहीं की। अगर वह मुझे टॉक्सिक कहना चाहता है, तो ठीक है, यह उसकी कहानी का पक्ष है। सच नहीं बोला जा सकता, क्योंकि अगर मैं सच बोलूँगा, तो वह अपना चेहरा दिखाने के लायक नहीं रहेगा। इसमें बहुत सच्चाई है जिसे अभय भी बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पाएगा। और मैं इसके बारे में बात नहीं करूँगा क्योंकि इससे वह बकवास लगेगा।"
उन्होंने गैंग्स ऑफ वासेपुर में पंकज झा की जगह पंकज त्रिपाठी को बिना बताए लेने की गलतफहमी को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा, “पंकज झा के साथ, मुझे नहीं पता, यह सिर्फ एक गलतफहमी लगती है… बहुत समय हो गया है। मुझे केवल इतना याद है कि पंकज झा ओशो आश्रम में शामिल हुए थे और उन्हें अभिनय नहीं, बल्कि पेंटिंग पसंद थी। मैं उन्हें इस भूमिका के लिए चाहता था, लेकिन वे गायब हो गए। वे व्यस्त थे। और मेरा बजट बहुत कम था, मुझे किसी को लाना था और पंकज त्रिपाठी को आखिरी समय में कास्ट किया गया। यह आसान बात है। मैं अब सुन रहा हूं कि पंकज झा 14 साल बाद परेशान हैं, वे इतने लंबे समय बाद परेशान क्यों हैं? उन्हें तब परेशान होना चाहिए था, नहीं? मेरे दिमाग में, पंकज झा ओशो में शामिल हो गए थे, एक तरह से उन्होंने संन्यास ले लिया था, पेंटिंग कर रहे थे। मुझे नहीं पता था कि वे अभी भी अभिनय कर रहे हैं। वह पंचायत के साथ अभिनय में वापस लौटे। मुझे नहीं पता कि बीच में उनके साथ क्या हुआ। उन्होंने मुझे कभी फोन नहीं किया। मुझे नहीं पता कि वह इतने परेशान क्यों हैं।”
अनुराग कश्यप, को अक्सर उनके साथ काम करने वाले लोग “प्रॉब्लोमेटिक” और “टॉक्सिक” व्यक्ति कहते हैं। अनुराग ने कहा, “मैं हमेशा लोगों को खुश नहीं कर सकता। मैं उन लोगों के साथ काम करने से बचता हूँ जो मुझे समस्याग्रस्त लगते हैं, और जो लोग मुझे प्रॉबलोमेटिक समझते हैं, वे वो लोग हैं जिनके साथ मैंने कभी काम नहीं किया। इसलिए वे मुझे ऐसा कह रहे हैं।”
इससे पहले, डिजिटल कमेंट्री के साथ एक इंटरव्यू में पंकज झा ने बिना बताए गैंग्स ऑफ वासेपुर में रिप्लेस किए जाने पर अपनी निराशा व्यक्त की थी। वहीं, अभय देओल ने कई इंटरव्यू में फिल्म निर्माता को बहुत “टॉक्सिक” कहा है। उन्होंने 2009 की फिल्म देव डी में साथ काम किया था।