हरियाणा में वोटिंग से पहले BJP को लगा बड़ा झटका, राजपूत नेता ने सियासी उठा-पटक के बीच छोड़ दी पार्टी
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री परसोत्तम रुपाला के राजपूतों को लेकर दिए बयान के बाद बीजेपी की गुजरात से लेकर राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पार्टी के खिलाफ काफी विवाद हुआ था। वहीं अब हरियाणा में बीजेपी के ही एक राजपूत नेता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी के नेता ने बीजेपी पर राजपूतों और क्षत्रिय समाज की अनदेखी का आरोप लगाया है। ये नेता कोई और नहीं बल्कि सूरजपाल अम्मू हैं।
जानकारी के मुताबिक आज हरियाणा बीजेपी के नेता सूरजपाल अम्मू ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दिया है और अपना यह इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेज दिया है। पार्टी छोड़ने के साथ ही अम्मू ने बीजेपी पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
क्षत्रियों की अनदेखी का लगाया आरोप
सूजर पाल अम्मू ने बीजेपी पर आरोप लगाए कि पार्टी में क्षत्रिय समाज का प्रतिनिधित्व कम किया जा रहा है। साल 2014 से लगातार पार्टी आलाकमान द्वारा क्षत्रिय समाज के कद्दावर नेताओं को पार्टी से दूर किया जा रहा है।
बीजेपी की आलोचना करते हुए सूरजपाल अम्मू ने कहा कि गुजरात के पूर्व मंत्री ने क्षत्रिय समाज को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी, इसके बावजूद उन्हें लोकसभा का प्रत्याशी बनाया गया। बता दें कि ये मंत्री कोई नहीं बल्कि परसोत्तम रूपाला ही है, जो कि अपने बयान के लिए लगातार माफी मांग रहे हैं। बीते दिनों ही उन्होंने कहा था कि उनके गलतबयानी के चक्कर में पीएम मोदी विवाद में उलझ गए।
कौन हैं सूरज पाल अम्मू?
सूरज पाल अम्मू की बात करें तो जब साल 2018 में संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' आई थी, तो उस दौरान ही, 2018 में भी अम्मू ने इस्तीफा दिया था लेकिन उस दौरान उनका इस्तीफा रिजेक्ट हो गया था। अम्मू 1990-91 में वे भाजपा युवा मोर्चा सोहना के मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं। अम्मू 1993-96 में भाजपा युवा मोर्चा के जिला महासचिव रहे।
सूरज पाल अम्मू 2018 से वे भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता के तौर पर काम कर रहे थे, लेकिन क्षत्रिय समाज की अनदेखी का आरोप लगाकर अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।