PM मोदी के 'अनुभवी चोर' वाले बयान पर केजरीवाल ने कर दिया 'खेला', ED-CBI को बताया निकम्मा
Lok Sabha Chunav 2024: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर लगातार अलग-अलग टीवी चैनलों को इंटरव्यू दे रहे हैं। ऐसे ही एक इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने दिल्ली के कथित शराब घोटाले (Delhi Liquor Scam) के आरोप में हुई मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की गिरफ्तारी और किसी तरह की रिकवरी न होने के सवाल पर, दिल्ली के सीएम को 'अनुभवी चोर' बता दिया था। इसी 'अनुभवी चोर' वाले बयान को मुद्दा बनाकर अब अरविंद केजरीवाल ने पलटवार किया है। केजरीवाल ने केंद्रीय जांच एजेंसियों यानी सीबीआई-ईडी (ED-CBI) को निकम्मा तक बता दिया।
दरअसल, पीएम मोदी द्वारा अनुभवी चोर कहे जाने पर आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। केजरीवाल ने कहा कि तथाकथित शराब घोटाले में अब तक कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन प्रधानमंत्री ने कहा है कि इसलिए नहीं मिला क्योंकि केजरीवाल अनुभवी चोर है। केजरीवाल ने कहा कि अपने बयान से पीएम मोदी ने यह मान लिया है कि शराब घोटाले में कुछ नहीं मिला है, मतलब आपके सीबीआई और ईडी के सारे अधिकारी निकम्मे हैं।
केजरीवाल पर आखिर ऐसा क्या बोले थे PM मोदी?
बता दें कि इंडिया टीवी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी से पूछा गया था कि अरविंद केजरीवाल का कहना है कि बाकी जगहों पर नोटों की गड्डी मिली लेकिन मेरे यहां से एक चवन्नी भी नहीं मिली। इस सवाल में पीएम मोदी ने कहा कि वह (केजरीवाल) सरकारी अफसर रह चुके हैं। उनको पता है कि सरकार कैसे काम करती है। वह तो खुद को बचाने के लिए घेराबंदी कर ही लेंगे।
पीएम मोदी ने केजरीवाल के लिए कहा कि जो अनुभवी चोर होता है उसको बहुत सुविधा होती है। सरकार में रहे अफसर को मालूम होगा कि ईडी और सीबीआई कैसे एक्शन लेगी। इसलिए बचने की व्यवस्था वो पहले से ही करके रख लेते हैं।
केजरीवाल ने क्या दिया जवाब?
अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी के बयान को लेकर कहा कि हमने कहीं तो इस पैसे को खर्च किया होगा, लेकिन इन्हें पैसे का हिसाब-किताब नहीं मिला है। केजरीवाल ने कहा कि कहीं तो हमने ज्वेलरी खरीदी होगी, कहीं जमीन खरीदी होगी, कहीं कुछ कैश रखा होगा, कहीं कोई बैंक अकाउंट होगा, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। उन्हें एक धेला भी नहीं मिला।
केजरीवाल ने कहा कि अगर सीबीआई ईडी के अधिकारी अगर नहीं ढूंढ पा रहे हैं, तो इसका मतलब है कि वे सभी निकम्मे हैं। इसका मतलब है कि सीबीआई और ईडी को शराब घोटाले में कुछ मिला ही नहीं है, और यह सारा मामला फर्जी हैं।