Haryana: कांग्रेस के 'बूढ़े शेर' की चाल में उलझेगी BJP? हुड्डा दे रहे भाजपा की नई लीडरशिप को चुनौती
Lok Sabha Chunav 2024: पिछले चुनाव में बीजेपी ने हिंदी बेल्ट के जिन राज्यों में धमाकेदार प्रदर्शन किया था, उसमें से एक हरियाणा भी था। यहां कांग्रेस की जमीन खिसकाते हुए बीजेपी ने एक बार फिर दस की दस सीटें अपने नाम कर ली थीं। इस बार भी बीजेपी ऐसी ही प्लानिंग कर रही हैं, दूसरी ओर कांग्रेस के चुनावी कैंपेन में मुख्य चेहरा भूपेंद्र सिंह हुड्डा दिख रहे हैं। पूर्व सीएम बीजेपी के लिए चुनौती भी माने जा रहे हैं।
लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले अचानक बीजेपी ने जेजेपी से अपना गठबंधन तोड़ते हुए नई सरकार का गठन किया था और मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को सीएम पद की शपथ दिला थी। इस सियासी हलचल के चलते हरियाणा में काफी सियासी कयास भी लगे थे और यह भी दावा किया जाने लगा था कि इसमें कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा की भी भूमिका है।
क्या मौका चूक गए थे हुड्डा?
जब उनसे यह पूछा गया था कि बीजेपी के कितने विधायक उनके संपर्क में हैं, तो उनका कहना था कि सारी बातें बताना जरूरी नहीं है। खास बात यह है कि उन्होंने इस बयान को खारिज नहीं किया था, जिसके चलते हरियाणा में काफी सियासी सरगर्मी है। सूत्रों का कहना है कि हरियाणा में जो सियासी उथल पुथल थी, हुड्डा उसका फायदा उठाने में सफल नहीं हुए, जबकि उन्होंने बीजेपी को समर्थन दे रहे विधायकों को यह समझाने की कोशिश की थी कि वे अपना समर्थन वापस ले लें।
अभी नायब सिंह सैनी सरकार के पास 40 बीजेपी दो निर्दलीय और एक हरियाणा लोकहित पार्टी विधायक का समर्थन है। इसके अलावा पार्टी दावा कर रही है कि उसे जेजेपी के चार विधायकों के समर्थन का दावा करती है। विधानसभा की संख्या 88 है। अगर जेजेपी इन चारों को अयोग्य ठहराने के लिए आगे भी बढ़ती है, तब भी बीजेपी सदन में बहुमत के लिए 43 का आंकड़ा आसानी से अपने पास रखेगी। इसकी वजह यह है कि विधानसभा 84 सीटों की हो जाएगी।
4 जून के पाला बदलेंगे BJP विधायक
दावा किया जा रहा है कि हुड्डा अभी भी अन्य निर्दलीय विधायकों और जेजेपी के 10 विधायकों के संपर्क में हैं, जो कि दुष्यंत के करीबी नहीं रहे हैं। कांग्रेस का समर्थन कर रहे एक निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि 4 जून तक इंतजार करें… जैसे ही लोकसभा चुनाव के नतीजे आएंगे, कई बीजेपी विधायक भी पाला बदलने के लिए तैयार हो जाएंगे। कांग्रेस समर्थकों ने यह भी बताया कि पार्टी लगातार 30 विधायकों के अलावा अन्य निर्दलीय विधायकों को भी जोड़ने की कर रही है।
लोकसभा चुनावों के लिए टिकटों वितरण में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने में कामयाब होने के बाद हरियाणा की राजनीति में हुड्डा की स्थिति काफी मजबूत हो गई है। पिछले एक साल से हुड्डा को कुमारी शैलजा से लेकर रणदीप सिंह सुरजेवाला जैसे नेता ही अंदरखाने चुनौती दे रहे थे, लेकिन अब स्थिति पलट चुकी है।
शायद हुड्डा ने जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि अगर हुड्डा बीजेपी सरकार गिराने के प्रयास करते हैं तो वे बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेंगे।