देश के सबसे बड़े नेता ने चुनाव प्रचार में नैतिकता छोड़ी : प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि देश के सबसे बड़े नेता ने नैतिकता छोड़ दी है, वह लोगों के सामने नाटक करते हैं और सत्य के पथ पर नहीं चलते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षियों की आवाज दबाकर, उनके बैंक खातों पर रोक लगाकर और दो मुख्यमंत्रियों को जेल में डालकर विपक्ष को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है।
प्रियंका ने इस जिला मुख्यालय शहर में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा, एक जमाना था जब देश में एक नेता खड़ा होता था तो देशवासी उससे ये आशा रखते थे कि वह एक नैतिक इंसान होगा। आज देश के सबसे बड़े नेता नैतिकता को छोड़कर आपके सामने नाटक करते हैं। उन्होंने कहा, एक जमाना था जब हम अपने नेताओं से ये उम्मीद रखते थे कि वे सत्य के पथ पर चलेंगे। आज देश के सबसे बड़े नेता अपनी सत्ता दिखाने निकलते निकलते हैं, अपनी शान, अपनी शोहरत दिखाते हैं, लेकिन सत्य के पथ पर नहीं चलते।
कांग्रेस नेता ने अब खत्म हो चुकी चुनावी बाण्ड योजना के बारे में कहा कि जिन कंपनियों पर छापे मारे गए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चंदा दिया और फिर उनके खिलाफ मामले बंद कर दिए गए। उन्होंने आरोप लगाया, अब यह स्पष्ट हो गया है कि कैसे नोटबंदी के माध्यम से काले धन को सफेद किया गया और फिर इसे भाजपा के खाते में जमा किया गया।
प्रियंका ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि ‘जो कंपनियां 100 करोड़ रुपए भी कमाने में असमर्थ थीं, उन्होंने भाजपा को (चुनावी बाण्ड योजना के तहत) 1,100 करोड़ रुपए का चंदा कैसे दिया।’ उन्होंने कहा, विपक्ष को भ्रष्ट कहकर निशाना बनाया जाता है लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा भ्रष्ट है और उसने पिछले 10 वर्षों में देश को गुमराह किया है। कांग्रेस महासचिव ने एक भाजपा नेता के संविधान बदलने संबंधी बयान को याद करते हुए लोगों से सावधान रहने को कहा। उन्होंने कहा, आपको उन लोगों की बात ध्यान से सुननी चाहिए जो संविधान को बदलने की बात करते हैं क्योंकि इसका सीधा असर आपके जीवन पर पड़ेगा।
‘इंडिया’ गठबंधन कोई मोर्चा नहीं बल्कि भाजपा के खिलाफ मंच : विजयन
एजंसी: केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन कोई मोर्चा नहीं है बल्कि विपक्षी राजनीतिक दलों की प्रणाली है जो केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मंच के रूप में सामने आई है। विजयन का यह बयान केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और कांग्रेस नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के बीच कांटे की टक्कर के बीच आया है।
केरल में 26 अप्रैल को मतदान होगा और दोनों दल ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक हैं। उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि लोकसभ चुनाव के दौरान एक मंच के तौर पर विभिन्न राज्यों में गठबंधन बनाया गया जिसका नतीजा है कि भाजपा मोटे तौर पर अलग-थलग पड़ गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, देश में भाजपा के खिलाफ प्रबल भावना है। मार्क्सवादी पार्टी के दिग्गज नेता ने कहा कि गठबंधन के अगले कदम पर फैसला चुनावों के उपरांत और पैदा होने वाली स्थिति का विश्लेषण करने के बाद लिया जाएगा। उन्होंने यह टिप्पणी संवाददाताओं के इस सवाल पर की कि क्या ‘इंडिया’ गठबंधन उस लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है जिसके लिए इसकी स्थापना की गई थी।
यह पूछे जाने पर कि क्या विपक्षी गठबंधन के प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार राहुल गांधी होंगे तो विजयन ने कहा कि कांग्रेस ने इस संबंध में अब तक कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया था। विजयन ने कहा, केरल के लोगों को इसका अनुभव है और मैं नहीं मानता कि वे इस बार भी वह काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वाम मोर्चे का मानना है कि भाजपा के खिलाफ जीतने वाले सभी दल उस ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता के बारे में फैसला करेंगे।