अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत से दिल्ली में AAP और कांग्रेस को कितना फायदा? बदलेगी इंडिया गठबंधन की रणनिति
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है। कोर्ट से आंतरिम जमानत मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल हो रहे लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी और इंडिया गठबंधन के लिए प्रभावी साबित हो सकते हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली की सातों लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को लाभ मिलने की उम्मीद है। क्योंकि आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री जनता के बीच जाकर खुद उनसे अपने साथ आने और अपने पक्ष में वोट करने की अपील करेंगे। अभी तक अरविंद केजरीवाल के बिना चुनावी मैदान में उतरी आप पार्टी पुराने जोश में नजर नहीं आ रही थी। चुंकि पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी तिहाड़ जेल में ही हैं। जबकि राज्य सभा सांसद संजय सिंह कुछ दिनों पहले ही जेल से बाहर आए हैं।
1 जून तक के लिए मिली आंतरिम जमानत
दिल्ली शराब घोटाला मामले में कथित तौर पर जेल में बंद अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए 1 जून तक के लिए आंतरिम जमानत दे दी है। अरविंद के जेल से बाहर आने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर फायदा मिलने वाला है। दिल्ली की चार लोकसभा पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ रही है जबकि 3 सीटों पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतारा है। कांग्रेस ने उत्तर पूर्व दिल्ली से मनोज तिवारी के खिलाफ जेएनयू के पूर्व छात्रनेता कन्हैया कुमार को उतारा है। जो पूरी तरह से आम आदमी पार्टी के साथ तालमेल बनाकर चल रहे हैं।
वोटर्स के बीच भरेंगे नया जोश
अरविंद केजरीवाल के जेल में होने के वजह से उनके वोटरों के बीच इस बात का गुस्सा था कि उनको चुनाव को ध्यान में रखते हुए ईडी द्वारा गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद से दिल्ली के आप के वोटर जोश में नजर नहीं आ रहे थे। हालांकि अब केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद वो कार्यकर्ताओं के साथ अपने वोटरों में नया जोश भरेंगे। इसके साथ ही गठबंधन के दौरान कांग्रेस और आप के वोट एक दूसरे में ट्रांस्फर होने के कम चांस थे। हालांकि अब ऐसा अनुमान है कि दिल्ली लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन उलटफेर कर सकती है।