UGC NET Exam की ये चार बड़ी खामियां बनी परीक्षा को रद्द करने की वजह! एनटीए जल्द जारी करेगा नई तारीख
यूजीसी नेट परीक्षा 18 जून को आयोजित हुई थी। एग्जाम के अगले दिन ही इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। एनटीए की ओर से लिए गए इस फैसले से स्टूडेंट्स खासे नाराज हैं। यूजीसी नेट के रद्द होने की असल वजह पेपर का लीक होना भी बताया जा रहा है। हालांकि एनटीए संस्था और शिक्षा मंत्रालय ने यह कहते हुए परीक्षा को रद्द किया था कि इस एग्जाम की पवित्रता को किसी ने खराब किया है। अब एनटीए जल्द ही दोबारा परीक्षा की नई तारीख जारी करेगा।
लीक हुआ था यूजीसी नेट का पेपर!
एनटीए और सरकार की ओर से भले ही इस बात को न माना गया हो कि यूजीसी नेट को रद्द करने की असल वजह पेपर लीक भी होना हो सकता है, लेकिन पेपर के दौरान सामने आई 4 बड़ी खामियां इसी ओर इशारा करती हैं कि पेपर लीक हुआ था। दरअसल, ये चार बातें इस ओर इशारा करती हैं कि यूजीसी नेट परीक्षा में गड़बड़ी हुई थी।
1. पहला कारण है एडमिट कार्ड का जमा नहीं कराना। दरअसल, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ सेंटर्स पर स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड जमा नहीं कराए गए थे बल्कि कुछ स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड ले जाने की अनुमति दी थी।
2. इस साल एनटीए ने एग्जाम हॉल में बैठने से पहले रजिस्ट्रेशन डेस्क पर एडमिट कार्ड पर Hologram Stickers चिपकाए जाने का सिस्टम शुरू किया। प्रयागराज के एक सेंटर पर परीक्षा देने गए छात्र ने बताया कि परीक्षा शुरू होने के बाद स्टिकर लगाए गए।
3. ऐसा मामला पटना के दानापुर से सामने आया थ जहां एग्जाम खत्म होने के बाद भी कुछ स्टूडेंट्स को 30-40 मिनट तक परीक्षा हॉल में बिठाए रखा था।
4. यूजीसी नेट की परीक्षा में एग्जाम सेंटर्स पर पीने का पानी तक नहीं था। कुछ कैंडिडेट्स बेहोश हो गए। जब वे बेहोश होने लगे, तब उन्हें इंतजाम करके पानी पिलाया गया।
11 लाख स्टूडेंट्स बैठे थे परीक्षा में
बता दें कि यूजीसी नेट परीक्षा 18 जून को आयोजित हुई थी। इस परीक्षा में 11 लाख से अधिक स्टूडेंट्स ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। अगले ही दिन पेपर रद्द हो जाने से स्टूडेंट्स में बहुत ज्यादा नराजागी थी। यह पेपर 317 शहरों के 1205 सेंटर पर संपन्न हुआ था।EditDelete