NEET-UG परीक्षा की जांच सीबीआई को सौंपी गई, शिक्षा मंत्रालय का फैसला
नीट यूजी परीक्षा को लेकर इस समय जबरदस्त विवाद चल रहा है, छात्र सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, पेपर लीक के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है। सुप्रीम कोर्ट में भी जब इस मामले की सुनवाई हो रही थी, तब सीबीआई जांच की मांग की गई थी। अब उसी कड़ी में सरकार ने यह बड़ा फैसला किया है।
सीबीआई जांच की जरूरत क्यों?
वैसे समझने वाली बात यह है कि इस पूरे मामले में कई ऐसे आरोप लगे हैं जिनकी जांच होना जरूरी है। पहला आरोप कि एक साथ 60 से ज्यादा छात्रों ने कैसे परीक्षा में टॉप कर लिया। जिस परीक्षा में मुश्किल से छात्रों के नंबर आते हैं, वहां इतनी बड़ी संख्या में टॉपर कैसे निकल गए। इसके अलावा जिस तरह से कुछ छात्रों के ग्रेस मार्क्स दिए गए, जिस तरह से उनके नंबर बढ़ा दिए गए, उसने भी छात्रों के मन में संशय का बीज डाल दिया। वही बाद में पेपर लीक के गंभीर आरोप लग गए, बिहार में कबूलनामे हुए, एक छात्रा ने यहां तक कह दिया कि उसके फूफा ने परीक्षा से एक दिन पहले ही पेपर दे दिया था।
उन तमाम आरोपों की वजह से मांग की जा रही थी कि इस पूरे विवाद की सीबीआई जांच हो। अब जांच एजेंसी के पास यह केस जा चुका है। अब सीबीआई की कौन सी सीट इस पूरे मामले की जांच करेगी, अभी साफ नहीं। लेकिन इतना जरूर है कि एक तय समय सीमा में जांच को निपटाना होगा जिससे छात्रों की आगे की राह कुछ आसान हो सके।
राहुल गांधी की एक मुलाकात
वैसे कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी नीट के छात्रों से मुलाकात कर समर्थन का आश्वासन दिया था। राहुल गांधी ने कहा था कि अगर केंद्र सरकार मदद नहीं करेगी तो पूरा विपक्ष ही साथ मिलकर इन छात्रों की सहायता करेगा। उनकी आवाज को बुलंद करेगा और उनकी मांग को उठाएगा। कांग्रेस नेता ने तो बड़ा संकेत देते हुए यहां तक कहा कि वे संसद में भी सरकार को इस मुद्दे पर जरूर घेरेंगे।