NEET UG Re-Exam: नीट यूजी री-एग्जाम एडमिट कार्ड जारी, बदले गए 6 परीक्षा केंद्र, सेंटर पर मौजूद रहेंगे अधिकारी, देखें डायरेक्ट लिंक
NEET UG Re-Exam Admit Card at neet.ntaonline.in: नीट यूजी री-एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया है। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (एनईईटी-यूजी) 2024 दोबारा कराने के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। दोबारा परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों ने मीडिया को बताया कि एजेंसी ने दोबारा परीक्षा के लिए छह केंद्र बदल दिए हैं। जिन केंद्रों को बदला गया है उनमें से एक में हरियाणा का झज्जर भी शामिल है जहां से छह छात्रों ने पूरे 720 अंक हासिल किए थे।
बता दें कि 1,563 अभ्यर्थियों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की जा रही है। पेपर लीक मामला सामने आने के बाद धांधली रोकने के लिए परीक्षा प्रक्रिया पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। इसके लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी और शिक्षा विभाग के अधिकारी सभी परीक्षा केंद्रों पर मौजूद रहेंगे। एनटीए 23 जून 2024 को दोपहर 2 बजे से शाम 5:20 बजे तक छह शहरों में एनईईटी यूजी परीक्षा फिर से आयोजित करेगा।
जो उम्मीदवार स्नातक मेडिकल प्रवेश परीक्षा में उपस्थित होने वाले हैं, वे कार्ड डाउनलोड करने के लिए एनटीए की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं। उन्हें अपना आवेदन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करनी होगी। 1,563 उम्मीदवारों के लिए एडमिट कार्ड जारी किए गए हैं।
NEET UG 2024 पर बढ़ते विवाद के बीच केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसने एमबीबीएस और ऐसे अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए परीक्षा देने वाले 1,563 उम्मीदवारों को दिए गए ग्रेस नंबर रद्द कर दिए हैं। उनके पास या तो दोबारा परीक्षा देने या समय की हानि के लिए उन्हें दिए गए प्रतिपूरक अंक छोड़ने का विकल्प होगा। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद फैसला सुनाया गया। यह निर्णय राष्ट्रीय मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं में व्यापक अनियमितताओं और अनुचित अंकन के आरोपों के बाद लिया गया है।
6 जुलाई से होगी काउंसलिंग
एमबीबीएस, बीडीएस और अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसलिंग 6 जुलाई से शुरू होगी। लगभग 24 लाख मेडिकल उम्मीदवारों ने एनईईटी-यूजी 2024 यूजी मेडिकल पाठ्यक्रमों के लिए एक अति-प्रतिस्पर्धी प्रवेश परीक्षा-एनटीए द्वारा 5 मई को आयोजित की थी।
परिणाम 14 जून को घोषित किए जाने थे, लेकिन 4 जून को घोषित कर दिए गए, क्योंकि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले किया गया था। हालांकि प्रश्नपत्र लीक होने और 1,500 से अधिक मेडिकल अभ्यर्थियों को ग्रेस अंक दिए जाने के आरोपों के कारण उच्चतम न्यायालय के अलावा सात उच्च न्यायालयों में विरोध प्रदर्शन और मुकदमे चले। इस बीच छात्र सहित विपक्षी दल नीट यूजी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं।