नीट यूजी रिजल्ट 2024: आईएमए जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने की CBI जांच की मांग, क्या दोबारा होगी परीक्षा?
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि कि एनटीए पर नीट यूजी परीक्षा 2024 में गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं। 4 जून को नीट का जो रिजल्ट आया था उसमें 67 स्टूडेंट्स के टॉपर्स होने के बाद से छात्रों में गुस्सा है। पिछले 4 साल में 2-3 स्टूडेंट ही टॉप करते थे, लेकिन इस बार टॉपर्स की संख्या ने ही इस परीक्षा पर संदेह खड़े कर दिए हैं। यह मामला सड़क से लेकर अदालत तक पहुंच गया है। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में नीट परीक्षा 2024 के खिलाफ याचिका दायर हुई हैं। इस बीच इंडियन मेडिकल एसोसिएशन जूनियर डॉक्टर नेटवर्क ने भी नीट 2024 की सीबीआई जांच की मांग की है।
दोबारा पेपर की उठाई मांग
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने नीट 2024 में कथित अनियमितताओं को लेकर सीबीआई जांच की मांग के साथ-साथ पेपर दोबारा से आयोजित कराने की मांग की है। एसोसिएशन ने कहा है कि सभी छात्रों के लिए निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए और इसलिए पेपर को दोबारा आयोजित कराने का प्रबंध किया जाए। आईएमए जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने इन मांगों के साथ एक लेटर एनटीए को लिखा है।
'पेपर लीक भी हुआ'
इस लेटर में आईएमए ने लिखा है कि नीट यूजी में कुछ छात्रों को 718 और 719 मार्क्स मिले हैं जो कि संदेह के लायक हैं। खत में कहा गया है कि छात्रों को इतने मार्क्स दिए जाने के पीछे कोई ठोस वजह नहीं है। आईएमए ने यह भी कहा कि जिन छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं उसके पीछे भी कोई तर्क नहीं है। इसके अलावा उन छात्रों की ओएमआर शीट की तुलना में स्कोरकार्ड से अलग है। आईएमए ने इस दौरान आरोप लगाया है कि नीट की परीक्षा कई सेंटर्स पर लीक भी हुई है।
4 जून को आया नीट का रिजल्ट
बता दें कि नीट यूजी परीक्षा का आयोजन 5 मई को किया गया था। यह परीक्षा देश के 571 और विदेश के 14 शहरों में आयोजित हुई थी। नीट यूजी का रिजल्ट 4 जून को जारी किया गया। नीट यूजी में इस साल करीब 67 बच्चों ने 720 स्कोर किया है। इतिहास में पहली बार एक साथ 67 बच्चों ने 720 अंक हासिल किए हैं। ऐसे में रिजल्ट पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।