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प्रोफेसर के जरिए किंगपिन के पास पहुंचा था NEET पेपर, जानें कौन है मास्टरमाइंड संजीव मुखिया

नालंदा के नगरनौसा गांव के रहने वाले संजीव मुखिया के पास ही नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र पहुंचा था।
Written by: न्यूज डेस्क | Edited By: Nitesh Dubey
नई दिल्ली | Updated: June 22, 2024 16:01 IST
संजीव मुखिया नाम नाम पेपर लीक में सामने आ रहा है।
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मेडिकल परीक्षा NEET यूजी एग्जामिनेशन पेपर लीक मामले की जांच तेजी से हो रही है। बिहार पुलिस और आर्थिक अपराध मामलों की टीम बिहार के अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर रही है। अब इस मामले में एक नया नाम सामने आया है। संजीव मुखिया नाम नाम पेपर लीक में सामने आ रहा है। संजीव मुखिया को पेपर लीक कांड का बिहार में किंगपिन बताया जा रहा है।

नालंदा का रहने वाला है संजीव

संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए जांच टीम ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नालंदा के नगरनौसा गांव के रहने वाले संजीव मुखिया के पास ही नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र पहुंचा था। इसके बाद संजीव ने सिकंदर यदुवंशी और अन्य आरोपियों को पेपर उपलब्ध कराया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 4 मई की रात और 5 मई को नीट के अभ्यर्थियों को प्रश्नों पत्र के उत्तर पटना के खेमनीचक स्थित प्ले एंड लर्न स्कूल के हॉस्टल में रटवाया गया था। संजीव मुखिया का रवि अत्री गैंग से सीधा कनेक्शन है।

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संजीव मुखिया इससे पहले बीएससी शिक्षक बहाली पेपर लीक में जेल जा चुका है। वहीं उसका बेटा डॉक्टर शिवकुमार भी इसी मामले में अभी भी जेल में बंद है। संजीव मुखिया का बेटा पीएमसीएच से एमबीबीएस की पढ़ाई कर चुका है। अब जांच टीम संजीव मुखिया को तलाश रही है।

संजीव मुखिया को प्रोफेसर ने उपलब्ध करवाया था पेपर

संजीव मुखिया को परीक्षा का प्रश्न पत्र एक प्रोफेसर ने उपलब्ध करवाया था। बताया जाता है कि मोबाइल के माध्यम से प्रोफेसर ने संजीव मुखिया को प्रश्न पत्र भेजा था। इसके बाद संजीव ने हर छात्र से 40 लाख रुपये प्रश्न पत्र के बदले में मांगे थे। इस 40 लाख में से 30 से 32 लाख रुपये ऊपर भेजे जाने थे। जबकि 8 लाख बिचौलियों को दिए जाने थे। इसकी पूरी प्लानिंग संजीव मुखिया ने ही की थी।

संजीव की पत्नी लड़ चुकी है विधानसभा चुनाव

संजीव मुखिया को लोग लूटन मुखिया भी बुलाते हैं। वह नालंदा के नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में टेक्निकल असिस्टेंट के पद पर तैनात था। उसके बाद उसने नौकरी छोड़ दी और राजनीति में कदम रखा। वह अपनी पंचायत का मुखिया बन गया। 2016 में बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा लीक में उसका पहली बार नाम सामने आया और उसके बाद वह जेल भी गया। संजीव मुखिया की पत्नी ममता कुमारी हरनौत विधानसभा से लोजपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुकी हैं।

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