NEET मामले पर EOU ने सौंपी शिक्षा मंत्रालय को रिपोर्ट, पैसे के लेनदेन के दिए सबूत
नीट मामले में बिहार की आर्थिक अपराध शाखा (EOU) ने अपनी रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय को सौंप दी है। EOU ने इस मामले में पैसे से जुड़े लेनदेन के सबूत दिए हैं। EOU ने 21 जून तक की जांच रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपी है। नीट पेपर लीक मामले में EOU की टीम ने शुक्रवार को नालंदा के एकंगरसराय प्रखंड में छापेमारी की और एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। पूछताछ के लिए हिरासत में लिये गये व्यक्ति का नाम राकेश कुमार है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार EOU ने शिक्षा मंत्रायलय को जो रिपोर्ट सौंपी है, उसमें जलाए गए नीट यूजी प्रश्न पत्र-बुकलेट को नंबर के साथ रिपोर्ट में रखा गया है। वहीं अभ्यर्थियों की तरफ से दिए गए पोस्ट डेटेड चेक का जिक्र, पेपर लीक माफिया ने जिस मोबाइल का इस्तेमाल किया, उसका भी जिक्र रिपोर्ट में है। हालांकि बाद में मोबाइल को फॉर्मेट कर दिया गया। इसके अलावा पैसे के लेनदेन के सबूत और लोकेशन के बारे में भी जानकारी रिपोर्ट में दी गई, जहां अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र और जवाब मुहैया कराए गए थे।
EOU की जांच में हुए खुलासे
EOU की टीम ने झारखंड नंबर की JH01BW 0019 कार को पकड़ा और इसमें सिकंदर, अखिलेश और बिट्टू सवार थे। इनके पास से कई छात्रों के एडमिट कार्ड बरामद हुए। इनसे पूछताछ में बाकी सदस्यों, छात्रों और उनके परीक्षा केंद्र का पता चला। इसके बाद तीन ठिकानों का भी पता चला, जहां से जले हुए प्रश्नपत्र और आर्थिक लेन देन के सबूत मिले।
संजीव मुखिया का नाम आया सामने
नीट पेपर लीक मामले में एक नया नाम सामने आया है। संजीव मुखिया नाम नाम पेपर लीक में सामने आ रहा है। संजीव मुखिया को पेपर लीक कांड का बिहार में किंगपिन बताया जा रहा है। संजीव मुखिया की गिरफ्तारी के लिए जांच टीम ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नालंदा के नगरनौसा गांव के रहने वाले संजीव मुखिया के पास ही नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र पहुंचा था। इसके बाद संजीव ने सिकंदर यदुवंशी और अन्य आरोपियों को पेपर उपलब्ध कराया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 4 मई की रात और 5 मई को नीट के अभ्यर्थियों को प्रश्नों पत्र के उत्तर पटना के खेमनीचक स्थित प्ले एंड लर्न स्कूल के हॉस्टल में रटवाया गया था। संजीव मुखिया का रवि अत्री गैंग से सीधा कनेक्शन है।