scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

NEET-NET Paper leak row: शिक्षा मंत्रालय ने गठित किया एक उच्च स्तरीय पैनल, सरकार को 2 महीने में सौंपेगा रिपोर्ट

पेपर लीक के आरोपों के बीच शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षाओं को सुचारू रूप से पारदर्शी बनाने की दिशा में एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है। पूर्व इसरो चीफ डॉ. के राधाकृष्णन इस पैनल के अध्यक्ष होंगे।
Written by: एजुकेशन डेस्क | Edited By: kapiltiwari
Updated: June 22, 2024 16:30 IST
neet net paper leak row  शिक्षा मंत्रालय ने गठित किया एक उच्च स्तरीय पैनल  सरकार को 2 महीने में सौंपेगा रिपोर्ट
केंद्र सरकार ने पूर्व इसरो चीफ डॉ. के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय पैनल का गठन किया है।
Advertisement

नीट यूजी और यूजीसी नेट परीक्षा को लेकर मचे घमासान के बीच केंद्र सरकार ने परीक्षाओं के पारदर्शी होने की दिशा में एक और अहम कदम उठाया है। दरअसल, शनिवार को शिक्षा मंत्रालय ने पेपर लीक के आरोपों के बीच एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया जिसकी अध्यक्षता पूर्व इसरो चीफ डॉ. के राधाकृष्णण को सौंपी गई है। इस पैनल की अध्यक्षता में कई अन्य एक्सपर्ट भी शामिल होंगे।

Advertisement

क्या काम होगा इस पैनल का?

इस पैनल का काम ना सिर्फ ये होगा कि भविष्य में होने वाली परीक्षाओं का कैसे पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन किया जाए बल्कि मौजूदा विवाद को भी सुलझाना इस पैनल का काम होगा। शिक्षा मंत्रालय ने इस कमेटी को ये जिम्मेदारी सौंपी है कि पेपर लीक मामले की जांच की जाए। ये पैनल अगले दो महीने में सरकार को रिपोर्ट सौंपेगा। ये समिति परीक्षा प्रक्रिया के तंत्र में सुधार, डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल में सुधार और एनटीए की संरचना और कार्यप्रणाली पर सिफारिशें करेगी।

Advertisement

पैनल में कुल 6 मेंबर हैं

शिक्षा मंत्रालय की ओर बनाए गए इस पैनल में छह सदस्य शामिल हैं। इसमें एम्स दिल्ली के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया का नाम भी शामिल है। इसके अलावा हैदराबाद केंद्रीय यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर बी.जे. राव, आईआईटी मद्रास सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एमेरिटस, प्रो. राममूर्ति के भी समिति के सदस्य है। पंकज बंसल, सह-संस्थापक, पीपल स्ट्रॉन्ग और बोर्ड सदस्य- कर्मयोगी भारत भी इस कमिटी में शामिल हैं। प्रो. आदित्य मित्तल, डीन स्टूडेंट अफेयर्स, आईआईटी दिल्ली भी इस समिति में मौजूद हैं। शिक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव गोविंद जायसवाल मेंबर सचिव के तौर पर शामिल किए गए हैं।

शुक्रवार को लागू हुआ एंटी पेपर लीक कानून

बता दें कि केंद्र सरकार ने पेपर लीक को रोकने के लिए पिछले 24 घंटे में दूसरा ये बड़ा स्टेप उठाया है। इससे पहले शुक्रवार को ही सरकार ने एंटी पेपर लीक कानून लागू किया था। शुक्रवार देर रात इस कानून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंजूरी दी थी। इस कानून के लागू होने के बाद पेपर लीक के दोषियों को तीन साल से 10 साल तक की सजा और 10 लाख से एक करोड़ तक के जुर्माने का प्रावधान है।

Advertisement
Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
×
tlbr_img1 Shorts tlbr_img2 खेल tlbr_img3 LIVE TV tlbr_img4 फ़ोटो tlbr_img5 वीडियो