NEET UG Controversy: नीट पेपर लीक मामले में 'मंत्री जी' का कनेक्शन आया सामने, बिहार के इंजीनियर ने खोले कई राज
NEET UG 2024 Controversy Latest News: नीट यूजी पेपेर लीक को लेकर पूरे देशभर में चर्चा हो रही है। अभी भी यह विवाद सुर्खियों में बना हुआ है। इसी बीच बिहार के दानापुर नगर परिषद (दानापुर टाउन काउंसिल) में तैनात एक इंजीनियर ने हाल ही में सामने आए कन्फेशन नोट में चौंकाने वाले दावे किए हैं।
इंजीनियर की पहचान सिकंदर प्रसाद यादवेंदु के रूप में हुई है। उसने दावा किया कि उसने 4 नीट कैडिंडेट्स और उनमें से एक के अभिभावक को पटना में रहने के लिए व्यवस्था की थी। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंजीनियर ने आगे कहा कि उसका भतीजा और अनुराग यादव नीट की परीक्षा में शामिल होने के लिए अपनी मां रीना कुमारी के साथ पटना आए थे।
बिहार के इंजीनियर ने खोला राज
बिहार के इस इंजीनियर ने आरोप लगाया कि यादव ने उनसे कहा कि वह 'जैसा कि पहले वादा किया गया था'वे वैसा ही रिजल्ट चाहते हैं। आगे उन्होंने दावा किया कि उन्होंने अनुराग यादव और उनकी मां रीना के अलावा अन्य उम्मीदवारों जैसे- आयुष राज, शिवनंदन कुमार और अभिषेक कुमार के लिए सामान की व्यवस्था की थी।
यादवेंदु के स्वीकृति पत्र में उल्लेख किया गया है कि वह एक रैकेट के संपर्क में था। जिसने न केवल NEET बल्कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) और संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षाओं के प्रश्न पत्र भी लीक किए थे। इसके अलावा जिस गेस्ट हाउस में कैंडिडेट्स रुके थे उसकी बुकिंग नेशनल हाइवे गुलजारबाग डिवीजन, पटना के रूप में किया गया था। गेस्ट हाउस के बिल कच्चे थे।
गेस्ट हाउस में बिल में 'मंत्री जी' का भी उल्लेख किया गया था। मंत्री जी ने कथित तौर पर यादव और उनके सहयोगियों के ठहरने के लिए गेस्ट हाउस बुक किया था। यह गेस्ट हाउस पटना चिड़ियाघर और पटना हवाई एयरपोर्ट के पास स्थित है।
नीट यूजी पेपर लीक मामले पर बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने उम्मीदवारों को आश्वासन दिया कि जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा, "गेस्ट हाउस में जिन लोगों को पकड़ा गया है, वे किसी प्रीतम से जुड़े हुए हैं। लोग कहते हैं कि वे पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से जुड़े हुए हैं।"
बता दें कि मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को केंद्र और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) को फटकार लगाई थी। NEET-UG 2024 परीक्षा में कथित पेपर लीक और कदाचार से संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एक नोटिस जारी किया और केंद्र और NTA से जवाब मांगा। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा, "भले ही किसी की ओर से 0.001% लापरवाही हो मगर इससे पूरी तरह से निपटा जाना चाहिए।" देखना है कि अब यह मामला क्या नया मोड़ लेता है।