Dharmendra Pradhan Education: कितने पढ़े-लिखे हैं देश के नए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान? जानिए उनकी क्वालिफिकेशन
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण के साथ ही देश में बीजेपी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार एनडीए गठबंधन की सरकार का गठन 9 जून 2024 को हो गया। इस दिन प्रधानमंत्री के साथ-साथ 71 अन्य मंत्रियों का भी शपथ ग्रहण हुआ। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में कई बड़े चेहरों की कैबिनेट से छुट्टी हो गई, लेकिन कई नाम ऐसे रहे जो लगातार तीसरी बार मोदी कैबिनेट का हिस्सा बने। राजनाथ, शाह और गडकरी के अलावा ऐसे नामों में धर्मेंद्र प्रधान का भी नाम शामिल है जो 2014 से लगाता तीसरी बार मोदी कैबिनेट का हिस्सा बने।
शिक्षा मंत्री के पास है पोस्ट ग्रेजुएश की डिग्री
धर्मेंद्र प्रधान ने भी 9 जून को मंत्री पद की शपथ ली थी और उनका शिक्षा मंत्रालय भी बरकरार रखा गया। इससे पहले उन्होंने मोदी कैबिनेट में पेट्रोलियम, शिक्षा और कौशल विकास जैसे विभागों को संभाला है। धर्मेंद्र प्रधान की क्वालिफिकेशन की बात करें तो उन्होंने भुवनेश्वर की उत्कल यूनिवर्सिटी से मानवशास्त्र में पोस्टग्रेजुएट की डिग्री हासिल की है। उन्होंने तालचेर कॉलेज से अपनी उच्चतर माध्यमिक शिक्षा के दौरान ही एबीवीपी जॉइन की थी। वह यहां पर छात्र संघ के अध्यक्ष भी रहे थे।
स्कूलिंग के दौरान ही शुरू हो गया था राजनीतिक जीवन
धर्मेंद्र प्रधान के राजनीतिक जीवन की शुरुआत शिक्षा के समय से ही हो गई थी। केंद्र की राजनीति में आने से पहले वो ओडिशा में भी चुनाव लड़ चुके थे। इससे पहले वह एबीवीपी कैडर और संघ परिवार के सदस्य थे। उनके पिता देबेन्द्र प्रधान भी अटल बिहारी वाजपेयी मंत्रिमंडल में मंत्री थे।
धर्मेंद्र प्रधान ने सन 2000 में विधायक चुने जाने के बाद राजनीति में अपना करियर शुरू किया था। 2004 में वे ओडिशा के देवगढ़ से लोकसभा सांसद चुने गए थे। उसके बाद 2009 में वे पल्लाहारा विधानसभा सीट से हार गए। इसके बाद वे बिहार और फिर मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिए चुने गए।
2017 में कैबिनेट में प्रमोट हुए प्रधान
केंद्र की राजनीति में आने के बाद उनका कद मोदी सरकार में बढ़ा। 2017 में उन्हें पहली बार कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। उससे पहले राज्य मंत्री के रूप में उन्होंने काम किया था। 2017 में कैबिनेट के फेरबदल में धर्मेंद्र प्रधान को उसी मंत्रालय के लिए कैबिनेट रैंक में पदोन्नत किया गया था, साथ ही कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी दी गई थी। बाद में उन्होंने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री के रूप में अपना पद फिर से संभाला। इसके बाद 2021 में, प्रधान को केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।