'सुना था योगी-मोदी की पुलिस बहुत अच्छी है', बेटा गंवाने के बाद दुखी पिता बोला- यूपी पुलिस का नाश जाए
बिलखती ताई की गोद में सफेद चादर से लिपटा कुणाल इस दुनिया से जा चुका है। ताई जिसे कुणाल 15 साल पहले अपनी मां को खो देने के बाद से मां कहता आया है, बिलख रही है, चीख रही है और उत्तर प्रदेश पुलिस के उस सिस्टम को कोस रही है जो चार दिन के बाद किडनैप किए गए एक बच्चे को मृत अवस्था में खोज सका है।
जानकारी यह है कि ग्रेटर नोएडा के बीटा दो कोतवाली क्षेत्र से चार दिन पहले एक कार में सवार कुछ लोगों ने कुणाल को किडनैप कर लिया था। यह मामला सीसीटीवी कैमरा में भी कैद हुआ है लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस को कुणाल को खोजने में चार दिन लग गए।
वरिष्ठ अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि आसपास के कैमरों ने सफेद कार की तस्वीरें कैद कर ली थी लेकिन इसका रजिस्ट्रेशन नंबर नकली निकला और पुलिस के हाथ खाली रह गए।
रबूपुरा के मायना गांव का15 वर्षीय कुणाल शर्मा कक्षा 8 की पढ़ाई छोड़ चुका था। पुलिस ने कहा कि स्कूल छोड़ने के बाद, वह ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 इलाके ढाबे पर अपने पिता के हाथ बंटाता था। अपहरण के बाद अब उसकी बॉडी बुलंदशहर गंगनाहर में पाई गई।
पिता ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
कुणाल के पिता राम कृष्ण कुमार ने मीडिया से बात करते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और कहा है कि पुलिस ने उनकी किसी बात पर यकीन नहीं किया और मुस्तैदी नहीं दिखाई। ऐसी पुलिस का नाश हो जाना चाहिए।
पिता ने कहा,"मेरे ढाबे के सामने से मेरे बेटे को किडनैप किया गया। उसके बाद मैंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मेरी एक बात नहीं सुनी। मेरे ही परिवार के लोगों को परेशान किया गया। मेरे होटल पर आकर पिटाई की गई। एक बच्चा हमारे घर का तो अस्पताल में भी भर्ती है। मैंने सुना था योगी-मोदी की पुलिस बहुत अच्छी है लेकिन ऐसी पुलिस का नाश हो जाए।"
पिता के मुताबिक किडनैपिंग की तारीख 1 मई थी। जब वह कुणाल का अपरहण किया गया। मीडिया से बात करते हुए वह कुछ नाम भी साझा कर रहे हैं और कहते हैं कि उनकी पत्नी को भी इन ही लोगों ने मारा है।
पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस के मुताबिक बुधवार को दोपहर 2.20 बजे के आसपास, एक महिला उस ढाबे पर पहुंची जहां कुणाल शर्मा काम करता था और उसे कार में आकर बैठने के लिए कहा। कुछ चर्चा हुई और इसके बाद कार वहां से रवाना हो गई। इसके बाद कुणाल को फोन बंद हो गया। पुलिस के मुताबिक बच्चे के पिता की शिकायत पर गुरुवार को बीटा-2 पुलिस स्टेशन में अज्ञात आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 363 (अपहरण) के तहत मामला दर्ज किया गया था और नाबालिग का पता लगाने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था।