बेटा कर्ज से दबा था, पिता से पैसे लेने के लिए खुद का कराया नकली अपहरण, एक गलती से पकड़ा गया
महाराष्ट्र में कर्ज चुकाने के लिए एक बेटे ने अपना झूठा अपहरण करा दिया। उसने अपने किडनैपिंग का नाटक किया ताकि वह अपने पिता से पैसे ले सके। घटना मुंबई के बांगुर नगर की है। असल में उसे लोन चुकान के लिए एजेंट्स के कॉल आते थे। वह कर्जा चुकाने में असमर्थ था। वह परेशान रहने लगा। इसलिए उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची और अपने माता-पिता से पांच लाख रुपये वसूलने की कोशिश की। आरोपी की पहचान 27 साल के जितेंद्र जोशी के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके लोकेशन से उसे ट्रैक कर लिया और बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि गोरेगांव पश्चिम में लिंक रोड पर एक सुपरमार्केट में मैनेजर के रूप में काम करने वाला जोशी ने एक फाइनेंस कंपनी से कर्ज लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदा था। वह मासिक किस्तों का भुगतान नहीं कर रहा था। जिसके कारण उस पर कर्ज जमा हो गया था और लोन वसूली एजेंटों से धमकी भरे कॉल आ रहे थे। जिसके कारण उसने 'अपहरण' की साजिश रची।
पुलिस के मुताबिक, दहिसर के रहने वाले जोशी को आखिरी बार सोमवार शाम को अपने दफ्तर से बाहर निकलते देखा गया था। जब वह समय पर घर नहीं पहुंचा तो उनके पिता दिनेश ने जोशी को अपने मोबाइल फोन पर कॉल किया, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया। जोशी के पिता एक डेयरी के मालिक हैं।
पत्नी के पास फिरोती के लिए कॉल आया
शाम 7 बजे जोशी की पत्नी को उसके पति के नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने जोशी की पत्नी से कहा कि उसके पति का अपहरण कर लिया गया है और वह उसे तभी लौटाएगा जब परिवार फिरौती के रूप में 5 लाख रुपये देगा। कॉलर ने जोशी का वीडियो भी भेजा। इसके बाद माता-पिता ने अपने बेटे की जान बचाने के लिए सोमवार रात 11.30 बजे बांगुर नगर पुलिस से संपर्क किया और अपहरण का मामला दर्ज कराया। इसी साल फरवारी में जोशी की शादी हुई थी।
इस मामले में पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब हमने इलाके के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया और देखा कि दोशी अपने एक दोस्त के साथ अपने ऑफिस से जा रहा था। इसके बाद हमने जोशी के दोस्त को पकड़ा। उससे पूछताछ करने पर पुलिस ने पाया कि जोशी ने अपने अपहरण की योजना बनाई थी और अपने दोस्त से वीडियो बनवाई और अपनी पत्नी को फिरौती की कॉल करने में मदद मांगी। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने जोशी के मोबाइल लोकेशन का पता लगाया औऱ उसे गिरफ्तार कर लिया गया।