इंजीनियर के खाते में थे 4 लाख पर Cybercriminals ने उड़ा लिए 6 लाख, जानिए अनूठा किस्सा
पुणे की एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के खाते में सिर्फ चार लाख रुपये थे। Cybercriminal की उस पर नजर पड़ी और उन्होंने महिला के खाते से करीब 6 लाख रुपये उड़ा दिए। आइये जानते हैं कि ये सारा खेल कैसे हुआ?
असल में पुणे की एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ अजीब तरीके से धोखाधड़ी की गई। साइबर अपराधियों ने उसके क्रेडिट कार्ड को सस्पेंड करने के बहाने उसके नेट बैंकिंग खाते में लॉगिन कर लिया। उन्होंने उसके खाते से 4.7 लाख रुपये चुरा लिए। इतना ही नहीं उन्होंने उसके नाम पर प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन भी ले लिया औऱ फिर 40 मिनट में 6.7 लाख रुपये निकाल लिए।
इस तरह महिला हुई धोखाधड़ी की शिकार
जिस महिला के साथ धोखाधड़ी हुई है वह 24 साल की है और मल्टीनेशनल इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनी में काम करती है। उसने हिंजेवाड़ी पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है। महिला की शिकायत के अनुसार, उसे एक मई को एक अननोन नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने उससे कहा कि वह उसी बैंक का कर्मचारी बोल रहा है जिसमें उसका खाता है। फोन करने वाले ने महिला से कहा कि उनके नाम पर दो क्रेडिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं। इनमें से अभी तक किसी भी कार्ड को चालू नहीं किया गया है। आप इसे सस्पेंड करना चाहती हैं या लेना चाहती हैं? इसके बाद महिला ने कहा कि वह कार्ड को सस्पेंड करना चाहती है।
दडार्कपार्टोलाइफ नाम से बदल दी मेल आईडी
इसके बाद सत्यापित करने के बहाने कॉलर ने महिला से उसके बैंक खाते की डिटेल और पैन नंबर मांगा। कॉलर ने उससे ओटीपी मांगा और उसके नेटबैंकिंग को लॉगइन कर लिया। महिला ने कहा कि इसके बाद उसकी मेल आईडी को 'दडार्कपार्टोलाइफ' नाम से बदल दिया गया। ऐसा करने के कुछ मिनटों में ही साइबर अपराधियों ने महिला के नाम पर दो लाख का प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन भी ले लिया। इसके बाद महिला को एहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हो रही है। इससे पहले की वह कुछ कर पाती अपराधियों ने उसके बैंक खाते से करीब 6.7 लाख रुपये उड़ा लिए।
इसके बाद महिला ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में पीड़ित को 24 घंटे के अंदर की पुलिस से सपंर्क करना चाहिए, इससे अपराधियों को पकड़े जाने का ज्यादा चांस रहता है।