एक्सीडेंट के बाद ऋषभ पंत ने किए 3 चमत्कार, युवा विकेटकीपर ने बताया कैसे 15 महीने में की क्रिकेट मैदान पर वापसी
भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत टी20 वर्ल्ड कप में अपना दम दिखा रहे हैं। हालांकि एक साल पहले तक पंत को यह भी मालूम नहीं था कि वह कभी क्रिकेट के मैदान पर कदम रख भी सकेंगे या नहीं। हालांकि पंत की जिद और उनके किए चमत्कारों ने नामुमकिन दिखने वाले काम को मुमकिन कर दिखाया। पंत ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अपनी रिकवरी की पूरी कहानी सुनाई।
डॉक्टर ने पंत को रिकवरी के लिए दिए 2-3 साल
पंत ने इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में कहा, "डॉक्टर ने मुझसे कहा था कि मेरी रिकवरी में 2-3 साल लग जाएंगे लेकिन डॉ. डिनशॉ पारदीवाला ने शानदार काम किया। पारदीवाला मेरे पास आए और कहा ऋषभ, देख, तुम्हें 3 चमत्कारों की जरूरत है। दो चमत्कार तुम पहले ही कर चुके हो। मैंने उनसे पूछा कि कौन से चमत्कार।'
पंत ने खुद मोड़ लिया था घुटना
इसके बाद डॉक्टर ने पंत से कहा, 'सबसे पहला ये कि, हादसे के बाद भी तुम जिंदा हो यह आप में एक चमत्कार है, दूसरा यह कि तेरा दाएं घुटना जो दाईं ओर 90 डिग्री मुड़ गया था, उसे तुमने हादसे के तुरंत बाद किसी की मदद से उसी जगह पर लगा दिया। अगर ये सब ना करता तो एम्पुयूटेशन (पैर, अंगुली या शरीर के किसी और पार्ट का हटाया जाना) हो सकता था।'
पंत को तीसरे चमत्कार की जरूरत
इसके बाद डॉक्टर ने पंत ने कहा, 'दो चमत्कार तू पहले कर चुका है, अगर एसीएल (एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट) और पीसीएल (पोस्टीरियर क्रूसिएट लिगामेंट) की सर्जरी नहीं होगी तो ये तीसरा चमत्कार होगा।'
अपने आप ठीक हो गए पंत के एसीएल और पीसीएल
ऋषभ ने कहा कि आगे कहा, "मैंने डॉक्टर से कहा कि सर आप टेंशन न लें ये भी कर दूंगा, वही हुआ। ये चमत्कार हो गया, क्योंकि डॉक्टर ने मुझे बताया कि कई लाख मामलों में से सिर्फ कुछ मामले ऐसे होते हैं जिसमें एसीएल और पीसीएल दोनों अपने आप ठीक हो जाते हैं। लेकिन भगवान ने मेरा साथ दिया। एसीएल और पीसीएल दोनों अपने आप ठीक हो गए।"