भारतीय टीम के कोच की खोज: अप्लाई करने की डेडलाइन समाप्त, BCCI-गंभीर की चुप्पी; 1 जुलाई तक नहीं मिलेगा द्रविड़ के उत्तराधिकारी!
भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन करने की समय सीमा सोमवार (27 मई) को समाप्त हो गई, लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) और रेस में सबसे आगे चल रहे पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इस घटनाक्रम पर चुप्पी साधे रखी। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) को रविवार को तीसरी बार आईपीएल ट्रॉफी दिलाने के बाद गंभीर की दावेदारी और मजबूत हो गई है। डेडलाइन भले समाप्त हो गई हो, लेकिन बोर्ड जल्दबाजी के मूड में नहीं है। शायद ही भारतीय टीम को 1 जुलाई तक नया कोच मिले।
हालांकि, न तो बीसीसीआई और न ही गौतम गंभीर ने इस लेकर ऑन रिकॉर्ड पर कुछ भी नहीं कहा है, लेकिन ऐसा लग नहीं रहा कि बीसीसीआई के पास इस समय उनसे बेहतर कोई ऑप्शन उपलब्ध हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार किसी भी बड़े विदेशी नाम ने इस पद के लिए आवेदन नहीं किया है। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि बोर्ड किसी ऐसे व्यक्ति पर विचार कर रहा है, जो रैंक के माध्यम से ऊपर आया हो और घरेलू संरचना को जानता हो।
श्रीलंका और जिम्बाब्वे के दौरों पर एनसीए कोई भी वरिष्ठ कोच टीम के साथ जा सकता है
बीसीसीआई पहले नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण को राहुल द्रविड़ का उत्तराधिकारी बनना चाहती थी, लेकिन उन्हें कोच बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है, जिसके लिए उन्हें साल में 10 महीने उपलब्ध रहना पड़ता। पीटीआई से बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, "समय सीमा ठीक है, लेकिन बीसीसीआई अधिकारियों को किसी निर्णय पर पहुंचने से पहले कुछ और समय लेने में कोई आपत्ति नहीं होगी। अभी टीम जून के महीने के अधिकांश समय में टी20 वर्ल्ड कप में व्यस्त रहेगी। उसके बाद सीनियर्स को आराम दिया जाएगा। श्रीलंका और जिम्बाब्वे के दौरों पर एनसीए कोई भी वरिष्ठ कोच टीम के साथ जा सकता है, इसलिए जल्दी क्या है?''
गौतम गंभीर के लिए क्या है बाधा
बता दें कि कोलकाता नाइट राइडर्स के सह मालिक शाहरुख खान का गौतम गंभीर के साथ काफी बढ़िया रिश्ता है। ऐसे में पूर्व सलामी बल्लेबाज लिए आईपीएल टीम को छोड़ना आसान नहीं है। एक और पहलू है जिस पर गंभीरता से गौर करने की जरूरत है कि भारत के सीनियर खिलाड़ियों का इस पर क्या विचार है? क्या गंभीर वास्तव में राहुल द्रविड़ की जगह ले सकते हैं।