IND vs USA: सूर्यकुमार यादव के दोस्त ने 22 साल में कर ली थी क्रिकेट से तौबा, अमेरिका पहुंचने के बाद ऐसे हुई खेल में वापसी
सौरभ नेत्रवलकर ने टी20 विश्व कप 2024 में पाकिस्तान के खिलाफ अमेरिका की जीत के पीछे अहम भूमिका निभाई। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने सुपर ओवर में न केवल 18 रन का बचाव करते हुए एक शानदार गेंदबाजी की, बल्कि मैच के दौरान मोहम्मद रिजवान और इफ्तिखार अहमद के महत्वपूर्ण विकेट भी चटकाए।
भारत के खिलाफ अमेरिका के मुकाबले से पहले 32 साल के सौरभ ने पुराने दिनों को याद किया, जब वह मुंबई में खेला करते थे। वह सूर्यकुमार यादव के दोस्त हैं। उन्होंने उनके बारे में भी बात की साथ ही बताया कि क्यों उन्होंने महज 22 साल की उम्र में क्रिकेट से तौबा कर ली थी। फिर अमेरिका में वह कैसे क्रिकेट खेलने लगे।
मुंबई से अमेरिका पहुंचे
नेत्रवलकर 2014 तक मुंबई रणजी टीम के लिए खेलते थे, लेकिन फिर भविष्य को लेकर उनके मन में नकारात्मक विचार आने लगे। उन्होंने इसे लेकर स्टार स्पोर्ट्स पर बताया, "मैं कितना क्रिकेट खेल सकता हूं? 35 साल तक, शायद… लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है। कोई तरक्की भी नहीं है।" इस सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने अपना खुद का क्रिकेट ऐप भी डिजाइन किया। उन्होंने 22 साल की उम्र में एक अमेरिकी विश्वविद्यालय से छात्रवृत्ति लेने का फैसला किया। उन्होंने सोचा कि यह कदम उनके क्रिकेट करियर का अंत होगा।
लॉयड जोडाह ने की मदद
वेस्टइंडियन लॉयड जोडाह ने नेत्रवलकर में क्रिकेट के सपने को फिर से जगाया। नेत्रवलकर ने कहा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं फिर से क्रिकेट खेलूंगा, लेकिन अमेरिका आने के बाद मुझे पता चला कि मेरे कॉलेज में क्रिकेट है। लॉयड जोडाह नाम के कोच थे, जिन्होंने मुझे गेंदबाजी करते हुए देखा और पूछा कि क्या मैं क्रिकेट खेला हूं। फिर उन्होंने मुझे यहां अलग-अलग क्लबों में शामिल होने में मदद की।
सूर्यकुमार यादव से दोस्ती पर क्या बोले नेत्रवलकर
सूर्यकुमार यादव से दोस्ती को लेकर नेत्रवलकर ने कहा, " सूर्यकुमार अच्छे दोस्त हैं। मैंने उन्हें हमारे अंडर-15 दिनों से देखा है। हम मुंबई के लिए एक साथ खेलते हुए बड़े हुए हैं। वह हमेशा खास रहे हैं। अंडर-15 और अंडर-17 मैचों में दोहरे शतक बनाते रहे हैं। उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका मेरी उम्मीद से बाद में मिला, लेकिन मैं उनके लिए वाकई बहुत खुश हूं।"
मुझे नहीं पता कि सूर्या को कैसे आउट किया जाए
नेत्रवलकर ने कहा, "मैं उनसे मिलने के लिए उत्साहित हूं और यह न केवल उनके खिलाफ बल्कि उन कई खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का अवसर है जिनके साथ हमने खेला है। मुझे नहीं पता कि सूर्या को कैसे आउट किया जाए, लेकिन मुझे लगता है कि मैं बस अपनी भूमिका निभाने की कोशिश करूंगा, जो टीम को मुझसे करने की जरूरत है।"