अक्टूबर में रणजी ट्रॉफी, मैचों में लंबा गैप; BCCI को घरेलू क्रिकेट में बड़े बदलाव के मिले सुझाव
उत्तर भारत में सर्दियों के दौरान कोहरे के कारण व्यवधान को कम करने के लिए रणजी ट्रॉफी मैच दो फेज में खेला जाए। इसकी शुरुआत अक्टूबर में हो। इसके अलावा खिलाड़ियों के वर्कलोड मैनेज करने के लिए मैचों में 3 के बजाय 4 दिन का गैप हो। अंडर-23 सीके नायडू ट्रॉफी में टॉस खत्म किया जाए। मेहमान टीम को बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने का विकल्प दिया जाए।
रन और विकेट के आधार पर अंक दिया। अगर एज ग्रुप में अंक-प्रणाली का प्रयोग सफल हो, तो इसे 2025-26 सीजन से रणजी ट्रॉफी में लागू किया जाए, ताकि टीमें सीधी जीत दर्ज करने की कोशिश करें। ये सुझाव भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की क्रिकेट कमेटी के हैं। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा कि क्रिकेट समिति के सुझावों को मंजूरी के लिए शीर्ष परिषद के समक्ष रखा जाएगा।
चार दिन का गैप
शाह ने कहा कि प्रस्तावित चार दिन के गैप से रणजी ट्रॉफी के नियमित खिलाड़ियों को मैचों के बीच रिकवरी के लिए अधिक समय मिलेगा। उन्होंने कहा, " खिलाड़ियों को रिकवरी के लिए पर्याप्त समय देने और पूरे सीजन शीर्ष प्रदर्शन बनाए रखने के लिए मैचों के बीच अंतराल बढ़ाया जाएगा।" शाह ने कहा कि नई अंक प्रणाली का उद्देश्य अंडर-23 स्तर पर संतुलित प्रदर्शन को बढ़ावा देना है। पिछले सीजन में बड़ी संख्या में अंडर-23 मैच चार सत्रों के भीतर समाप्त हो गए, जो बीसीसीआई के लिए चिंताजनक ट्रेंड था।
नई अंक प्रणाली
शाह ने कहा, "सीके नायडू ट्रॉफी में संतुलित प्रदर्शन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक नई अंक प्रणाली लागू की जाएगी। इसमें पहली पारी में बल्लेबाजी और गेंदबाजी प्रदर्शन के लिए पुरस्कार अंक शामिल हैं। इसके अलावा पहली पारी में बढ़त या सीधे-सीधे जीत के लिए अंक भी शामिल हैं। मेहमान टीम को पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी चुनने का अधिकार होगा। नई अंक प्रणाली की प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए सीजन के अंत में एक समीक्षा आयोजित की जाएगी। अगले सत्र के लिए रणजी ट्रॉफी में इसे लागू किया जाए या नहीं, इस पर निर्णय लिया जाएगा।"
ऐसी हो सकती है अंक प्रणाली
यह पता चला है कि क्रिकेट समिति की सुझाई गई अंक प्रणाली इस प्रकार है: 150 रन के लिए 1 अंक, 225 रन (2 अंक), 300 रन (3 अंक), 350 रन (4 अंक) और 400 रन (5 अंक)। हालांकि, रन 100 ओवर के भीतर बनाने होंगे। गेंदबाजी करने वाली टीम को 100 ओवर के भीतर लिए गए विकेटों की संख्या के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
रणजी ट्रॉफी मैचों के बीच तीन दिन के अंतर से खिलाड़ी नाखुश
रणजी ट्रॉफी मैचों के बीच तीन दिन के अंतर को पिछले सीजन में खिलाड़ियों ने नाखुशी दिखाई थी। भारत के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने बताया था कि सिर्फ तीन दिन के ब्रेक के कारण रिकवरी घरेलू खिलाड़ियों के लिए काफी कठिन है। सर्दियों के दौरान मौसम संबंधी व्यवधानों को कम करने के लिए, क्रिकेट समिति ने सुझाव दिया है कि रणजी ट्रॉफी अक्टूबर में शुरू हो और ब्रेक से पहले पांच राउंड खेले जाएं।
दो फेज में रणजी ट्रॉफी क्यों
शेष लीग मैच और नॉकआउट चरण टी20 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी के बाद आयोजित किए जाएं। दिसंबर में सर्दी शुरू होते ही उत्तर भारत में कोहरे और खराब रोशनी का मैचों पर असर पड़ता है। दो फेज में टूर्नामेंट के आयोजन से इसके समाधान हो सकता है। पिछले सीजन में रणजी ट्रॉफी के पहले दौर के मैच 5 से 8 जनवरी तक आयोजित किए गए थे।
भारतीय घरेलू कैलेंडर दलीप ट्रॉफी से शुरू होगा
शाह ने कहा, "भारतीय घरेलू कैलेंडर दलीप ट्रॉफी से शुरू होगा। इसके बाद ईरानी ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी पांच राउंड के लीग मैचों के साथ शुरू होगा। इसके बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी के शेष मैचों के साथ समाप्त होगा।"