नौकरियों की बौछार! दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग Surat Diamond Bourse से डेढ़ लाख लोगों को मिलेगी जॉब्स
Surat Diamond Bourse: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत में बने डायमंड बोर्स का उद्घाटन कर दिया है। पीएम मोदी ने इस मौके पर डेढ़ लाख नई नौकरियां पैदा होने की योजना का खुलासा किया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कारोबारियों और कलाकारों के लिए बोर्स एक 'वन-स्टॉप शॉप' की भूमिका अदा करेगा। पीएम मोदी के गृहराज्य गुजरात के सूरत को दुनिया के 90 फीसदी रफ डायमंड की कटिंग और पॉलिशिंग के लिए जाना जाता है। सूरत डायमंड बोर्स को इस शहर की महत्वाकांक्षाओं को सपोर्ट करने के इरादे से बनाया गया है ताकि सूरत दुनिया की डायमंड कैपिटल बन सके।
सूरत डायमंड बोर्स की क्या है खासियतें?
यह डायमंड बोर्स 6.6 मिलियन स्क्वायर फीट एरिया में फैला है। इतने बड़े इलाके के साथ ही यह बोर्स दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस कॉम्लैक्स बन गया है। और इसने 6.5 मिलियन स्क्वायर फीट में बने अमेरिका के Pentagon को पीछे छोड़ दिया है।
पीएम मोदी ने इसके उद्घाटन के मौके पर कहा है कि एक बार पूरी तरह चालू होने के बाद इस फैसिलिटी में इंटरनेशनल बैंकिंग, सुरक्षित तिजोरियां, ज्वेलरी मॉल जैसी सुविधाएं मिलेगी। इसके अलावा अतिरिक्त नौकरियां भी क्रिएट होंगी। उनके अनुसार इस नए बोर्स से 150,000 से ज्यादा नौकरियां क्रिएट होंगी।
सूरत डायमंड बोर्स (SDB) में तकरीबन 27 रिटेल ज्वेलरी आउटलेट खुलेंगे। बिल्डिंग की सिक्यॉरिटी को ध्यान में रखते हुए 4,000 से ज्यादा CCTV कैमरा इंस्टॉल किए जाएंगे।
सूरत के इस बोर्स में 9 टावर बने हैं। हर टावर में भूतल के साथ 15 मंजिलें हैं। इस बोर्स में डायमंड से जुड़ी एक्टिविटीज और इन्फ्रास्ट्रक्चर का काम होगा। इनमें रफ डायमंड और पॉलिश्ड डायमंड की सेल, डायमंड बनाने वाली मशीन, डायमंड प्लानिंग में इस्तेमाल होने वाले सॉफ्टवेयर, डायमंड सर्टिफिकेट फर्म्स, लैब-ग्रोन डायमंड आदि शामिल हैं।
सूरत की डायमंड इंडस्ट्री
बता दें कि सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन ऐसे समय में हुआ है जब सूरत की डायमंड इंडस्ट्री चुनौतियों से जूझ रही है। पॉलिश्ड डायमंड के लिए ग्लोबल मार्केट में मांग घट रही है और अप्रैल-अक्टूबर के बीच पॉलिश्ड डायमंड एक्सपोर्ट्स में 29 प्रतिशत की कमी के साथ 10 बिलियन डॉलर पर रह गया है।
डायमंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट में सूरत के लीडर होने की बात कहते हुए पीएम ने सिल्वर कट डायमंड्स और लैब-ग्रोन डायमंड में ग्रोथ की संभावना पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि फिलहाल ग्लोबल जेम्स-ज्वेलरी में भारत का हिस्सा सिर्फ 3.5 फीसदी है। उन्होंने सूरत के शेयर को 'डबल डिजिट' में लाने की बात कही।