नेत्रहीन Srikanth Bolla आखिर कैसे बने 500 करोड़ की कंपनी के मालिक, IIT ने किया रिजेक्ट तो MIT से आया बुलावा, एक्टर राजकुमार राव से खास कनेक्शन
Who is Srikanth Bolla? श्रीकांत बोला, एक ऐसा नाम जो आज खबरों में है। और वजह है एक्टर राजकुमार राव की फिल्म का रिलीज होना जो एक बायोपिक है। जी हां, राजकुमार राव की फिल्म 'श्रीकांत' आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। श्रीकांत बोला आखिर कौन हैं? क्या है उनमें इतना खास कि उनकी जिंदगी पर फिल्म बनाई गई है। आज हम आपको बताएंगे पहले नेत्रहीन CEO और बॉस्टन जाकर MIT में पढ़ने वाले श्री कांत के बारे में। जानेंगे कभी जान से मारने की धमकी पाने वाले बोला ने कैसे 500 करोड़ रुपये की कंपनी बनाने का सफर तय किया।
कौन हैं श्रीकांत बोला? (Who is Srikanth Bolla?)
श्रीकांत बोला एक भारतीय कारोबारी और बोलैंट इंडस्ट्रीज (Bollant Industries) के मालिक हैं। श्रीकांत बोला साचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में जाकर साइंस मैनेजमेंट में पढ़ाई करने वाले पहले नेत्रहीन छात्र हैं।
श्रीकांत बोला का जन्म आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम के सीतारामापुरम में 7 जुलाई 1991 को एक आम परिवार में हुआ था। जन्म के वक्त उनके माता-पिता को रिश्तेदारों ने यह तक कहा था कि बोला के आने से उनका बोझ बढ़ेगा। लेकिन शायद किस्मत ने उनके लिए कुछ और तय किया हुआ था।
उनके पिता एक किसान थे। उनका परिवार काफी गरीब था और कोई भी पढ़ा-लिखा नहीं था। लेकिन बोला शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल आते थे।
बात करें परिवार की तो साल 2022 में उन्होंने अपनी साथी और प्रेमिका स्वाति से शादी कर ली। उनकी लव स्टोरी साल 2015 में शुरू हुई थी।
माता-पिता को मिली थी बोला की हत्या करने की नसीहत
जब वह छोटे थे तो उन्हें समाज ने एक तरह से दरकिनार कर दिया था। जब वह 6 साल के थे तो हर दिन कई किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल पहुंचते थे। अपने साथियों और भाइयों के साथ वह स्कूल जाते थे। लेकिन ना तो उनका कोई दोस्त था और ना ही कोई उनसे बात करता था।
बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में बोला ने कहा था, ''बचपन में उनके माता-पिता को उनकी हत्या करने की नसीहत दी जाती थी। आस-पड़ोस के लोग कहते थे कि मैं किसी काम का नहीं हूं…इसलिए मुझे तकिए से दबाकर जान से मार देना चाहिए।'
जब वह 8 साल के हुए तो श्रीकांत बोला हैदराबाद में नेत्रहीनों के बोर्डिंग स्कूल चले गए। यहीं उन्होंने स्विमिंग, क्रिकेट और शतरंज सीखा।
श्रीकांत बोला की पढ़ाई-लिखाई (Srikanth Bolla Eduction)
10वें में कम नंबर पाने वाले 12वीं में श्रीकांत बोल्ला 98 फीसदी नंबर से पास हुए। उन्होंने आईआईटी के लिए अप्लाई किया था लेकिन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) ने उन्हें एडमिशन देने से मना कर दिया। वह इंजीनियरिंग करना चाहते थे लेकिन देश में अंधेपन के कारण उन्हें आईआईटी में प्रवेश नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने भारत में एजुकेशन सिस्टम पर केस कर दिया। इसके बाद कानून ने उनकी मदद की और 6 महीने की लड़ाई के बाद उन्हें साइंस की पढ़ाई करने का मौका मिला।
अमेरिका के कैम्ब्रिज स्थित प्रतिष्ठित MIT ने श्री कांत को स्कॉलरशिप दी और इस तरह उनके इंजीनियरिंग करने का सपना पूरा हुआ। Massachusetts Institute of Technology (MIT) में पढ़ाई करने वाले पहल पहले नेत्रहीन छात्र थे। उन्होंने भारत के लिए क्रिकेट भी खेला है। राष्ट्रीय स्तर पर शतरंज के खिलाड़ी भी रहे हैं।
पूर्व राष्ट्रपति कलाम ने की थी श्रीकांत की मदद
एपीजे अब्दुल कलाम से भी श्रीकांत का अनोखा कनेक्शन रहा है। 2005 से श्रीकांत एक युवा नेता रहे हैं और फिर वो लीड इंडिया 2020: द सेकेंड नेशनल यूथ मूवमेंट के सदस्य बने। इस मूवमेंट को देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने शुरू किया था।
जब हुई Bollant Industries की शुरुआत
MIT में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद श्रीकांत 2012 में हैदराबाद वापस लौटे। और फिर 10 लाख रुपये के निवेश के साथ शुरुआत हुई बोलेंट इंडस्ट्रीज की। उनकी कंपनी ईको-फ्रेंडली प्रोडक्ट्स बनाताी है और सबसे खास बात है कि उनकी कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारी दिव्यांग हैं। अब इस कंपनी की पांच मैन्युफैक्चरिंग यूनिट हैं और 2016 में देश के मशहूर करोबारी रतन टाटा ने भी उनकी कंपनी में निवेश किया।
पहले ही साल में बोलेंट इंडस्ट्रीज ने हर महीने औसतन 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिखाई। साल 2018 आते-आते कंपनी का टर्नओवर 150 करोड़ रुपये पहुंच गया।
कड़ी मेहनत और पढ़ाई-लिखाई के दम पर ही एक सफल करियर बनाने वाले श्रीकांत बोला आज करोड़ों रुपये के मालिक हैं। साल 2017 में Forbes Asia ने उन्हें 30 under 30 (पूरे एशिया में सबसे प्रभावशाली) में शामिल किया था। वहीं 2021 में उन्हें वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम द्वारा यंग ग्लोबल लीडर चुना गया।
श्रीकांत, सितंबर 2016 में बने सर्ज इम्पैक्ट फाउंडेशन के निदेशक भी हैं। इस संगठन का उद्देश्य भारत में सभी लोगों और संस्थानों को 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में सक्षम बनाना है।
श्रीकांत बोला नेट वर्थ (Srikanth Bolla Net Worth)
श्रीकांत बोला की कंपनी की मार्केट वैल्यू 50 मिलियन डॉलर (करीब 500 करोड़ रुपये) है। वहीं उनकी खुद की नेट वर्थ 50 करोड़ रुपये के आसपास है। हर साल उनकी संपत्ति बढ़ रही है।