scorecardresearch
For the best experience, open
https://m.jansatta.com
on your mobile browser.

चुनाव के बीच धीरे से लगा बड़ा झटका! वेज खाना हुआ और महंगा, नॉन-वेज के शौकीनों की बल्ले-बल्ले

veg thali costlier in april, non veg food cheaper: देश में चल रहे आम चुनावों के बीच वेज खाना महंगा हो गया है। हालांकि, चिकन के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है।
Written by: एजंसी | Edited By: Naina Gupta
Updated: May 08, 2024 19:38 IST
चुनाव के बीच धीरे से लगा बड़ा झटका  वेज खाना हुआ और महंगा  नॉन वेज के शौकीनों की बल्ले बल्ले
देश में शाकाहारी खाना हुआ महंगा, मांसाहारी थाली सस्ती
Advertisement

Veg Thali Costlier in April, Non Veg Food Cheaper: प्याज और टमाटर की बढ़ती कीमतों के चलते अप्रैल में शाकाहारी थाली की औसत लागत में लगभग आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है। बुधवार (8 मई 2024) को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिसिस (CRISIL) की मासिक ‘रोटी चावल दर’ रिपोर्ट के अनुसार, दूसरी ओर ब्रॉयलर की कीमत में गिरावट ने मांसाहारी भोजन की कीमत में कमी आई है।

Advertisement

प्याज, टमाटर और आलू के भाव बढ़े

रोटी, सब्जियां (प्याज, टमाटर और आलू), चावल, दाल, दही और सलाद को शामिल करने वाली थाली की कीमत अप्रैल में बढ़कर 27.4 रुपये प्रति प्लेट हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 25.4 रुपये प्लेट थी और मार्च, 2024 के 27.3 रुपये की तुलना में मामूली रूप से अधिक है। रिपोर्ट में शाकाहारी थाली की कीमत में कुल वृद्धि का कारण प्याज में 41 प्रतिशत, टमाटर में 40 प्रतिशत, आलू में 38 प्रतिशत, चावल में 14 प्रतिशत और दालों में 20 प्रतिशत की वृद्धि को बताया गया है।

बड़ी खबर! मुंबई एयरपोर्ट के रनवे कल बंद रहेंगे, नहीं उड़ेगी कोई फ्लाइट, जानें क्या है बड़ी वजह

रिपोर्ट में कहा गया है कि जीरा, मिर्च और वनस्पति तेल की कीमतों में क्रमशः 40 प्रतिशत, 31 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिससे थाली की लागत में और अधिक वृद्धि नहीं हुई। नॉन-वेज थाली के मामले में, जिसमें सभी समान सामग्री शामिल होती है, लेकिन दाल की जगह चिकन होता है, अप्रैल में इसकी कीमत घटकर 56.3 रुपये रह गई, जबकि एक साल पहले यह 58.9 रुपये थी, लेकिन मार्च, 2024 के 54.9 रुपये प्रति थाली की कीमत की तुलना में यह अधिक है।

Advertisement

इसमें कहा गया है कि ब्रॉयलर की कीमत में 12 प्रतिशत की गिरावट, जिसका कुल कीमत में 50 प्रतिशत भार होता है, साल-दर-साल आधार पर नॉन-वेज थाली की लागत में गिरावट का मुख्य कारण था। रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च की तुलना में नॉन-वेज थाली की कीमत में तीन प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

Advertisement

Advertisement
Tags :
Advertisement
Jansatta.com पर पढ़े ताज़ा एजुकेशन समाचार (Education News), लेटेस्ट हिंदी समाचार (Hindi News), बॉलीवुड, खेल, क्रिकेट, राजनीति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी हर ख़बर। समय पर अपडेट और हिंदी ब्रेकिंग न्यूज़ के लिए जनसत्ता की हिंदी समाचार ऐप डाउनलोड करके अपने समाचार अनुभव को बेहतर बनाएं ।
tlbr_img1 राष्ट्रीय tlbr_img2 ऑडियो tlbr_img3 गैलरी tlbr_img4 वीडियो