Gold : सोना एक साल में दे चुका 20% से ज्यादा रिटर्न, क्या अभी करना चाहिए निवेश
Gold : Is this right time to invest : सोना पिछले एक साल में साल में 20 फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिल चुकी है. 21 जून को जिस 24 कैरेट सोने का भाव 60,500 रुपये के आसपास था, वो अब 74 हजार के दायरे में पहुंच चुका है. ऐसा क्यों हो रहा है, और क्या हमें ऐसे माहौल में गोल्ड में निवेश करना चाहिए? इस सवाल की चर्चा आगे करेंगे, लेकिन पहले जान लेते हैं कि सोने में तेजी की मुख्य वजह क्या है?
सोने में तेजी की बड़ी वजह
अमेरिकी डॉलर (US dollar) दुनिया की सबसे प्रमुख अंतरराष्ट्रीय करेंसी है. सबसे ज्यादा ग्लोबल ट्रेड डॉलर में ही होता है. लेकिन यूक्रेन और रूस में जंग छिड़ने के बाद रूस के डॉलर एसेट्स को जिस तरह से जब्त किया गया, उससे दुनिया के नजरिये में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है. कई देश अब अपने सोने के भंडार को बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं. वे ऐसा अपनी आर्थिक सुरक्षा और अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता घटाने के मकसद से कर रहे हैं और सोना उनके विदेशी मुद्रा भंडार को और डायवर्सिफाई भी करता है. जियो पोलिटिकल टेंशन और आर्थिक उतार-चढ़ावों के कारण भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समेत तमाम देशों के केंद्रीय बैंकों (central banks) ने बड़ी मात्रा में सोना खरीदा है और लगातार खरीद रहे हैं. सेंट्रल बैंकों के इस रुख से गोल्ड की डिमांड बढ़ी है, जो सोने की कीमतों में तेजी की एक बड़ी वजह है. गोल्ड ईटीएफ (gold ETFs) और गोल्ड फंड (gold funds) में बढ़ते निवेश ने भी सोने का भाव बढ़ाने का काम किया है.
क्या हो सोने में निवेश की रणनीति
सोने की कीमतों में शॉर्ट टर्म में भले ही थोड़े-बहुत उतार-चढ़ाव नजर आ जाएं, लेकिन लंबी अवधि के दौरान इसमें निवेश आमतौर पर बेहद सुरक्षित होने के साथ ही साथ फायदेमंद भी रहा है. मिसाल के तौर पर 10 ग्राम सोने का जो भाव 2004 में महज 5,800 रुपये के आसपास था, वो 20 साल बाद अब 74 हजार रुपये को पार कर चुका है. इस दौरान ज्यादातर समय सोने ने पॉजिटिव रिटर्न ही दिया है. दरअसल, सेफ हेवन की इमेज सोने में निवेश का एक बड़ा आकर्षण है. ऐसे में जिन निवेशकों का इनवेस्टमेंट होराइजन लॉन्ग टर्म है, उनके लिए मौजूदा स्तरों पर भी सोना एक अच्छा विकल्प माना जा सकता है. समझने वाली बात यह है कि इनवेस्टमेंट ऑप्शन के तौर सोने में निवेश का सबसे अच्छा तरीका क्या हो सकता है.
सोने में कैसे करें निवेश
जो लोग सोने (gold) में निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए सॉवरेन गोल्ड बांड (sovereign gold bonds) सबसे बेहतर विकल्प कहा जा सकता है. इसमें पैसे लगाने पर आपको न सिर्फ को सोने की कीमतों की बढ़ोतरी का फायदा मिलता है, बल्कि 2.5 फीसदी सालाना की दर से ब्याज भी मिलता है. साथ ही सोने को सुरक्षित रखने की भी कोई फिक्र नहीं रहती. इसके अलावा अगर आप इसे 8 साल तक होल्ड कर लेते हैं, तो मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम पूरी तरह टैक्स-फ्री है. इस लिहाज से यह फिजिकल गोल्ड या गोल्ड ईटीएफ (gold ETFs) की तुलना में भी बेहतर इनवेस्टमेंट है. खास तौर पर ऐसे लोगों के लिए तो यह काफी अच्छा विकल्प है, जो अब तक सोने (gold) में निवेश नहीं करते रहे हैं लेकिन अब शुरू करना चाहते हैं.
सोने में कितना निवेश करें
किसी व्यक्ति को अपने इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो का कितना बड़ा हिस्सा सोने में निवेश करना चाहिए, यह उसके निवेश के लक्ष्य और रिस्क प्रोफाइल पर निर्भर है. आमतौर पर, रिस्क को कम करने और निवेश को डायवर्सिफाई करने के लिए अपने पोर्टफोलियो का 5 से 10 फीसदी हिस्सा गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.