RBI का बहुत बड़ा एक्शन, करोड़ों ग्राहकों वाला यह बैंक नहीं जारी कर पाएगा क्रेडिट कार्ड, नए ऑनलाइन कस्टमर बनाने पर भी रोक
RBI Bars Kotak Mahindra Bank: भारतीय रिजर्व बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक पर ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग के जरिये नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर पाबंदी लगा दी है। इसके अलावा बैंक अब ऑनलाइन नए ग्राहक भी नहीं जोड़ सकेगा। आरबीआई ने बैंक पर ये पाबंदियां डेटा सुरक्षा का हवाला देते हुए लगाई हैं।
प्राइवेट सेक्टर के कोटक महिंद्रा बैंक के लिए यह एक बड़ा झटका है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बुधवार को कोटक महिंद्रा बैंक को तत्काल प्रभाव से नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोकने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही कहा है कि ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग के जरिए नए ग्राहकों को जोड़ने का काम भी तुरंत बंद किया जाए।
बता दें कि आरबीआई ने कोटक बैंक के आईटी जोखिम प्रबंधन, सूचना सुरक्षा संचालन में कमी को लेकर यह कार्रवाई की है।
आरबीआई को कोटक महिंद्रा बैंक के आईटी सिस्टम में खामिया मिली थीं। केंद्रीय बैंक ने इस मसले पर बैंक से जवाब भी मांगा था और आरबीआई को यह जवाब संतोषजनक नहीं लगा। बता दें कि रिजर्व बैंक द्वारा यह कार्रवाई 2022 और 2023 में हुई आईटी जांच के बाद की गई है।
आरबीआई ने जानकारी देते हुए कहा, 'कोटक महिंद्रा बैंक जिस तरीके से अपनी आईटी इन्वेंट्री को मैनेज करता है और डेटा को सुरक्षित करता है, उसमें 'गंभीर खामियां' थीं।'
बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट 1949 के सेक्शन 35A के तहत आरबीआई अपनी ताकत का इस्तेमाल किया है और कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ यह कार्रवाई की। हालांकि, जो ग्राहक पहले से बैंक के साथ हैं वो पहले की तरह ही सभी सर्विसेज का इस्तेमाल कर सकेंगे।
अब तक 49 लाख क्रेडिट कार्ड जारी कर चुका है कोटक महिंद्रा बैंक
1.कोटक महिंद्रा बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, देशभर में 49 लाख से ज्यादा क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
2.बैंक के 28 लाख से ज्यादा डेबिट कार्ड एक्टिव हैं।
3.बैंक की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, देशभर में 1780 से ज्यादा ब्रांच हैं। और 2023 तक कुल 4.12 करोड़ ग्राहक हैं।
4.कोटक महिंद्रा बैंक में कुल 1 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम कर रहे हैं।
5.बात करें रकम की तो बैंक में कुल 3.61 लाख करोड़ रुपये फिलहाल जमा हैं।
NBFC से बैंक में तब्दील होने वाला पहला है Kotak Mahindra Bank
आपको बता दें कि कोटक महिंद्रा फाइनेंस को साल 2003 में बैंकिंग लाइसेंस मिला था। और NBFC से बैंक में तब्दील होने वाली यह पहली इकाई थी। बात करें कोटक महिंद्रा बैंक के क्रेडिट कार्ड बिजनेस की तो भारतीय मार्केट में करीब 4 फीसदी हिस्सेदारी है। बैंक के कुल बिजनेस में क्रेडिट कार्ड बिजनेस का हिस्सा करीब 3.8 फीसदी है।