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Investment Tips: कामयाबी के 7 मंत्र, सफल निवेशक बनने के लिए क्या करें और क्या न करें

Investing Tips: सही गाइडेंस मिल जाए, तो सफल निवेशक बनना ज्यादा मुश्किल नहीं है। बशर्ते, नए निवेशकों को यह पता हो कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं।
Written by: Viplav Rahi
July 01, 2024 18:21 IST
investment tips  कामयाबी के 7 मंत्र  सफल निवेशक बनने के लिए क्या करें और क्या न करें
Investing Tips: नए निवेशकों को पता होना चाहिए कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं। (Image: Pixabay)
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Investment tips for beginners: नए इनवेस्टर्स को कई बार लग सकता है कि निवेश करना एक मुश्किल काम है। कभी निवेश से जुड़े रिस्क की फिक्र होती है, तो कभी फाइनेंस से जुड़े तकनीकी शब्द उलझा देते हैं। लेकिन सच ये है कि सही गाइडेंस मिल जाए, तो सफल निवेशक बनना इतना भी मुश्किल नहीं है हां, ऐसा करने के लिए नए निवेशकों को यह जरूर पता होना चाहिए कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं। हम यहां इसी बात को आसान ढंग से समझने की कोशिश करेंगे कि निवेश में सफलता हासिल करने के लिए क्या करना जरूरी है और किन बातों से हमें दूर रहना चाहिए। अगर आप अपनी निवेश यात्रा अभी शुरू ही कर रहे हों या फिर अपनी रणनीति को और बेहतर बनाना चाहते हों, यहां दिए गए 7 सुझाव आपको निवेश की दुनिया में भरोसे के साथ आगे बढ़ने और गलतियों से बचने में मदद करेंगे। इनमें से 4 सुझाव ये बताते हैं कि आपको क्या नहीं करना चाहिए और 3 बातें ऐसी हैं, जिन्हें करना आपके हित में है।

सफल निवेश के लिए क्या न करें

सबसे पहले पहले नजर डालते हैं उन गलतियों पर जिनसे बचना किसी भी नए निवेशक की सफलता के लिए जरूरी है। ठीक उसी तरह जैसे नई-नई ड्राइविंग सीखने वाले शख्स के लिए ब्रेक के बारे में जानना एक्सीलरेटर के बारे में जानने से ज्यादा जरूरी है, ताकि सफर की शुरूआत में ही कोई हादसा न हो जाए।

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1. ट्रेडिंग से बचें

एक बड़ी गलतफहमी यह है कि ट्रेडिंग करना शेयर बाजार में तेजी से पैसे कमाने का अच्छा तरीका है। बहुत से लोग मानते हैं कि बार-बार स्टॉक खरीदने और बेचने से वे काफी मुनाफा कमा सकते हैं। हालांकि ट्रेडिंग करना निवेश नहीं है। ट्रेडिंग में लेन-देन की लागत लगती है और लगातार बाजार की चाल का अनुमान भी लगाना पड़ता है, जो बेहद मुश्किल काम है। सफल निवेश का मतलब है अच्छी कंपनियों के शेयरों या अच्छे फंड्स की यूनिट्स को खरीदना और फिर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौरान भी उन्हें अपने पास बनाए रखना। आप जिस कंपनी या फंड में निवेश कर रहे हैं, उसके दीर्घकालिक परफॉर्मेंस को समझना और उस पर विश्वास होना बेहद अहम है। लंबे अरसे के लिए निवेश करने पर ही आप बेहतर रिटर्न हासिल कर सकते हैं।

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2. डेरिवेटिव से दूर रहें

डेरिवेटिव में पैसे लगाने को आप "पूंजी को बर्बाद करने का आसान तरीका भी कह सकते है। इसमें निवेश करने वालों को अक्सर मुनाफे का लालच अपनी गिरफ्त में ले लेता है जिसके चलते वे कभी-कभी तो अपने निवेश की मूल रकम के मुकाबले कई गुना तक लीवरेज्ड पोजिशन ले लेते हैं। बढ़ते बाजार में इससे मुनाफा बढ़ाने का मौका तो मिलता है, लेकिन बाजार गिरने पर उतना ही बड़ा नुकसान भी हो सकता है। डेरिवेटिव में ट्रेड करना काफी जटिल काम है और इसे ज्यादातर निवेशकों के लिए सही नहीं माना जा सकता।

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3. IPO से सावधान रहें

इनीशियल पब्लिक ऑफर (IPO) में निवेश को लोग अक्सर तेजी से मुनाफा कमाने का मौका मानकर चलते हैं। सच बात सच है कि कुछ IPO अपने निवेशकों को लिस्टिंग के दिन ही मुनाफा देते हैं, लेकिन आम तौर पर आईपीओ में निवेश के साथ बड़ा रिस्क भी जुड़ा रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिन शेयरों में ट्रेडिंग की पिछली हिस्ट्री मौजूद नहीं है, उनमें निवेश करना हमेशा रिस्की होता है। कई बार अच्छी कंपनियों के आईपीओ अक्सर ओवरसब्सक्राइब हो जाते है और उनमें अलॉटमेंट मिल पाना मुश्किल हो जाता है। दूसरी तरफ, जिन कंपनियों में निवेशकों की दिलचस्पी कम होती है, उनके शेयर आसानी से अलॉट हो सकते हैं, लेकिन उनमें खराब प्रदर्शन का जोखिम अधिक होता है। इसके अलावा, कई बार आईपीओ से पहले कुछ शेयरों में काफी हाइप क्रिएट हो जाती है, जिसके कारण वो ओवरसब्सक्राइब तो हो जाते हैं, लेकिन लिस्टिंग के बाद उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहता। कई आईपीओ असर में ऑफर फॉर सेल (OFS) होते हैं, जिनमें कंपनी मौजूदा निवेशक/प्रमोटर बाजार की परिस्थितियों का लाभ लेकर अपने शेयर वाजिब से ज्यादा कीमत पर बेच देते हैं। ऐसे इश्यू में नए निवेशकों को आगे चलकर नुकसान उठाना पड़ता है।

4. जरूरत से ज्यादा अच्छे ऑफर्स से सावधान रहें

अगर आपके सामने निवेश के लिए कोई ऐसा मौका या ऑफर आ जाए, जो अविश्वसनीय रूप से अच्छा (Too Good to Believe) नजर आ रहा है, तो फौरन सावधान हो जाएं। निवेश का ऐसा अवसर खतरे की बड़ी आहट साबित हो सकता है। ऐसे अवसरों से सावधान रहना, जो कुछ ज्यादा ही अच्छे लग रहे हों, सुरक्षित निवेश का बुनियादी उसूल माना जा सकता है। ऐसी इनवेस्टमेंट स्कीम्स, जो कम से कम जोखिम में आसमान छूते रिटर्न का वादा करती हैं, आम तौर पर खतरे की घंटी समझी जानी चाहिए। कई बार ऐसे अवसरों की जानकारी आपको अपने सामाजिक दायरे में किसी ऐसे स्रोत से भी मिल सकती है, जिन पर आप काफी भरोसा करते हैं। लेकिन यह बात हमेशा याद रखें कि अगर कोई बात इतनी अच्छी लग रही है कि उस पर यकीन नहीं हो रहा, तो शायद वह वाकई यकीन करने लायक नहीं है।

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सफल निवेश के लिए क्या करें

नए निवेशक को किन बातों से दूर रहना चाहिए, इसकी चर्चा के बाद आइए अब जानते हैं कि कामयाब इनवेस्टर बनने के लिए क्या करना जरूरी है।

1. बचत की आदत डालेंं 

निवेश का आधार बचत है। चाहे आप कितना भी कमाएं, अगर आप बचत नहीं करते हैं, तो आप निवेश नहीं कर सकते। बचत के बिना, आप निवेश के बेहतर से बेहतर मौके मिलने पर भी उनका लाभ नहीं उठा सकते। इसीलिए अपनी आमदनी का एक हिस्सा बचाने की आदत डालना बेहद जरूरी है। आप यह आदत जितनी जल्दी डाल लेंगे, उतना फायदे में रहेंगे। और एक बार आपको यह अच्छी आदत लग जाए, तो उसे हर हाल में जारी रखने पर जोर देना चाहिए।

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2. लंबी अवधि के लिए करें निवेश

निवेश को हमेशा लॉन्ग टर्म यानी लंबी अवधि के नजरिए से देखना चाहिए। बाजार में शॉर्ट टर्म यानी थोड़े समय के लिए उतार-चढ़ाव तो आते ही रहेंगे, लेकिन लॉन्ग टर्म में बाजार का रुझान आम तौर पर ऊपर की ओर होता है। चाहे आप स्टॉक, म्यूचुअल फंड या आवर्ती जमा में निवेश कर रहे हों, धैर्य रखना महत्वपूर्ण है। जो लोग अनिश्चित हैं कि कहां से शुरू करें, उनके लिए आवर्ती जमा या म्यूचुअल फंड में व्यवस्थित निवेश योजना (SIP) अच्छे विकल्प हैं।

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3. अपनी बचत दर बढ़ाएं

जैसे-जैसे आपकी आय बढ़ती है, वैसे-वैसे आपकी बचत दर भी बढ़नी चाहिए। इंफ्लेशन यानी महंगाई दर करेंसी के मूल्य को कम करती है, इसलिए बढ़ती लागतों के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए अपनी बचत की रकम को लगातार बढ़ाते रहना जरूरी है। अपनी आमदनी का एक निश्चित प्रतिशत बचाने का लक्ष्य रखें और समय के साथ इस प्रतिशत को बढ़ाते रहें, क्योंकि आमदनी बढ़ने के साथ-साथ आमतौर पर उसमें जरूरी खर्चों का अनुपात कम होना चाहिए। अगर आपने इसे अपनी प्लानिंग में शामिल कर लिया, तो आप कंपाउंडिंग की मदद से एक बड़ा कॉर्पस तैयार कर पाएंगे।

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