Biggest Railway Station: भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कौन सा है? क्या है इसकी खासियत? जानें दिलचस्प फैक्ट और बातें
India's Biggest Railway Station: भारत में इंडियन रेलवे सबसे बड़ी नेशनल ट्रांसपोर्टर है। देश में कई बड़े-बड़े रेलवे स्टेशन हैं जहां हर दिन यात्रियों की भारी भीड़ रहती है। देश के सबसे बड़े स्टेशन की बात करें तो हावड़ा रेलवे स्टेशन नंबर 1 पर है। 1850 में बने हावड़ा रेलवे स्टेशन भारत के बड़े और जबरदस्त रेलवे नेटवर्क का एक नमूना है। इस स्टेशन की गिनती देश के सबसे पुराने और व्यस्त स्टेशनों में होती है।
हावड़ा रेलवे स्टेशन पर कई सारे प्लेटफॉर्म का एक विशाल नेटवर्क है जहां से हर दिन लाखों यात्री ट्रेन पकड़ते हैं। भारत के बाकी हिस्सों से पश्चिम बंगाल में एंट्री करने के लिए यह एक तरह का शुरुआती पॉइंट है। इस स्टेशन पर कुल 23 प्लेटफॉर्म हैं। हावड़ा स्टेशन पर भारत के किसी अन्य रेलवे स्टेशन की तुलना में सबसे ज्यादा यात्री संभालने की क्षमता है। हर दिन आने वाले पैसेंजर के लिहाज से भी यह सबसे व्यस्ततम स्टेशन है।
फिलहाल, हावड़ा रेलवे स्टेशन पर हर दिन औसतन 10.5 लाख से ज्यादा यात्री आते हैं। इसके अलावा, इस स्टेशन के सभी प्लेटफॉर्म पर काफी अच्छी व्यवस्था है। और यहां यात्रियों की सुविधा व ट्रेनों के आने-जाने का पूरा ध्यान रखा गया है।
स्टेशन लाल रंग की ईंटों से बना है। इसकी विशाल इमारत और प्रतिष्ठित वास्तुकला औपनिवेशक व स्वदेशी शैलियों की जुगलबंदी को दिखाती है। आसपास के इलाके के लिए स्टेशन का भव्य अगला हिस्सा और बड़ा गुंबद एक लैंडमार्क हैं।
हावड़ा से शुरू होने वाली पहली ऐतिहासिक यात्रा
हावड़ा रेलवे स्टेशन को ब्रिटिश आर्किटेक्ट (वास्तुकार) हाल्से रिकार्डो ने डिजाइन किया था। हावड़ा स्टेशन पर 15 अगस्त, 1854 को हावड़ा से हुगली (24 मील)के लिए पहली बार कमर्शियल ट्रेन रवाना हुई थी। इसी दिन सुबह और शाम के लिए रेगुलर सर्विसेज की भी शुरुआत हुई जिसका स्टॉपेज बल्ली, सेरामपुर, और चंदननगर होता था।
गौर करने वाली बात है कि हावड़ा डिवीज़न में कई महत्वपूर्ण टूरिस्ट प्लेस आते हैं। इनमें शांतिनिकेतन (बोलपुर), बेलूर मठ (बेलूर), तारापीठ (रामपुरहाट), तारकेश्वर, हुगली इमामबाड़ा और पुर्तगाली चर्च (बंदेल), नवद्वीप धाम (इस्कॉन मंदिर), अज़ीमगंज ) हजारदूरी और बर्धमान आदि शामिल हैं।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है हावड़ा स्टेशन
स्टेशन पर सेफ्टी और सिक्यॉरिटी के लिए सीनियर सुपरवाइज़र का एक ग्रुप है जो स्टेशन को और बेहतर बनाने वाले सभी अलग-अलग कामों पर नजर रखते हैं। हर दिन रैंडम मॉनिटरिंग के अलावा, स्टेशन पर हाइज़ीन बनाए रखने के लिए एक विशेष स्वच्छता अभियान भी चलाया जाता है।
इसके अलावा,स्टेशन पर TC/TT की टास्क-फोर्स और रेलवे पुलिस फोर्स (RPF) भी तैनात रहती है। इस स्टाफ के जरिए देश के सबसे बड़े स्टेशन पर यह सुनिश्चित किया जाता है कि बुकिंग के बिना आने वाली अनऑथराइज्ड ट्रॉली की पहचान हो सके और यात्रियों को फुलप्रूफ सुरक्षा मिल सके।
यह स्टेशन दैनिक यात्री सेवाओं (ईएमयू ट्रेनों) के समय पर चलने का भी दावा करता है, जिसमें 72% हर दिन जाने वाले यात्री शामिल हैं। वर्तमान में हावड़ा स्टेशन पर ईएमयू लोकल की 99 फीसदी तक समय पर चलती है।
इसके अलावा, हावड़ा रेलवे स्टेशन पर एडवांस्ड TIB/CIBs, बड़े इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड/टीवी, इमरजेंसी लाइटिंग अरेंजमेंट्स, साइनेज, बुकिंग काउंटर पर Q-लाइन स्टील बैरियर, एक एडवांस्ड ड्रेनेज सिस्टम और एक RO प्लांट के साथ रिनोवेटेड वाटरर बूथ भी हैं।
आपको बता दें कि स्टेशन पर यात्रियों के लिए कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाने के लिए सिटी पुलिस की मदद से एक नया टैक्सी स्टैंड और ई-टैक्सी सिस्टम भी शुरू किया गया है।
हावड़ा रेलवे स्टेशन पर एक म्यूजियम भी है जिसमें जो आलीशान हरे-भरे लॉन और बोलार्ड लाइटिंग के साथ भारतीय रेलवे के ऐतिहासिक विकास को दिखाता है। 100 साल पुराने हावड़ा स्टेशन को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल भारतीय उद्योग परिसंघ (आईजीबीसी-सीआईआई) द्वारा महानगरीय शहरों के बीच पहले ग्रीन रेलवे स्टेशन का टैग दिया गया था।
रेलवे स्टेशन में एक संग्रहालय भी है जो आलीशान हरे लॉन और बोलार्ड लाइटिंग के साथ भारतीय रेलवे के ऐतिहासिक विकास को प्रदर्शित करता है। सदी पुराने हावड़ा स्टेशन को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल - भारतीय उद्योग परिसंघ (आईजीबीसी-सीआईआई) द्वारा महानगरीय शहरों के बीच पहले हरित रेलवे स्टेशन के रूप में टैग किया गया था।