FD : फिक्स्ड डिपॉजिट से आपको मिलेगा मैक्सिमम रिटर्न, बैंकों के हाई इंटरेस्ट रेट का ऐसे उठाएं फायदा
Fixed Deposit Ladder : फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरें अभी आकर्षक दौर में हैं. प्रमुख बैंकों की बात करें तो अलग अलग अवधि की सामान्य एफडी पर 7.50 से 8 फीसदी तक ब्याज मिल रहा है. जबकि सीनियर सिटीजंस को 8.50 फीसदी सालाना तक ब्याज मिल रहा है. वहीं स्मॉल फाइनेंस बैंक भी जोड़ दें तो यह ब्याज दरें अधिकतम 9 फीसदी भी पहुंच जा रही है. ऐसे में अपने निवेश पर सुरक्षा चाहने वाले निवेशकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) में ऊंची ब्याज दरों पर पैसा लॉक करना बेहतर विकल्प है. वहीं अगर आप आप एफडी पोर्टफोलियो के जरिए अधिकतम फायदा चाहते हैं तो फिक्स्ड डिपॉजिट लैडर एक अच्छी स्ट्रैटेजी है.
फिक्स्ड डिपॉजिट लैडर का इस्तेमाल कर आप लंबी अवधि तक अपने एफडी पोर्टफोलियो को न सिर्फ बनाए रख सकते हैं, बल्कि उस पर अधिकतम फायदा भी उठा सकते हैं. यह स्ट्रैटेजी सामान्य या सीनियर सिटीजंस दोनों तरह के निवेशकों के लिए बेहतर है. इस स्ट्रैटेजी के तहत लॉन्ग् टर्म के लिए एक ही एफडी में अपनी पूरी रकम ब्लॉक करने की बजाय अलग अलग अवधि के लिए मल्टीपल एफडी का इस्तेमाल कर अपने रिटर्न को मैक्सिमाइज कर सकते हैं. वहीं इस उपाय के जरिए समय समय पर आपकी एफडी मैच्योर होती रहेगी और आप लिक्विडिटी को भी बेहतर तरीके से मैनेज कर पाएंगे.
कैसे काम करती है ये स्ट्रैटेजी
एफडी लैडरिंग निवेश की एक रणनीति की बात करें तो इसे ऐसे समझ सकते हें कि यह एफडी का एक लैडर यानी सीढ़ी बनाने की तरह है. इसके जरिए आप अपनी रकम को अलग-अलग मैच्योरिटी पीरियड के साथ कई एफडी योजनाओं में बांट देते हैं. मसलन आपके पारस अगर 10 लाख रुपये है तो इसे 5 हिस्से में बांट सकते हैं. एक हिस्सा 6 महीने की एफडी में, दूसरा हिस्सा 1 साल की एफडी में, तीसरा 2 साल की एफडी में, चौथा 3 साल की एफडी में और पांचवां हिस्सा 5 साल की एफडी में बांटते हैं.
SIP का टारगेट पूरा हो गया या बीच रास्ते में है? सेंसेक्स के 80 हजार पहुंचने पर क्या करें निवेशक
अब अगले स्टेप में हर डिपॉजिट अमाउंट अलग-अलग समय पर मैच्योर होता है. पहला आपका 6 महीने में, दूसरा 1 साल, तीसरा 2 साल, चौथा 3 साल और पांचवां 5 साल में. अगले स्टेप में आपको करना यह है कि मैच्योरिटी के बाद जरूरत न हो तो ब्याज के साथ मिलने वाली रकम को उसी स्कीम में फिर जमा कर सकते हैं. इस तरह से एफडी की एक सीढ़ी बनती जाती है. वहीं आप अपनी एफडी पर मैक्सिमम रिटर्न हासिल कर सकते हैं. लंबी अवधि में आपके पास इस रणनीति से अच्छा खासा फंड होगा. इस रणनीति को धीरे धीरे लोकप्रियता मिल रही है.
इमरजेंसी में मिलती है मदद
अलग अलग मैच्योरिटी की मल्टीपल एफडी से आपको इमरजेंसी में हेल्प मिलती है. अचानक से पैसे की जरूरत आने पर आपको अपनी एफडी तोड़नी नहीं पड़ेगी. सबसे कम समय की मैच्योरिटी वाली एफडी का इस्तेमाल उस इमरजेंसी में कर सकते हैं. या ऐसे कहें कि हर साल आपकी अचानक से आने वाली जरूरतें पूरी हो सकती हैं. जबकि एक ही लंबी अवधि की एफडी आपके पास होती तो इमरजेंसी आने पर उसे ब्रेक करना पड़ सकता है.
मैक्सिमाइज होगा रिटर्न
जब आप एफडी लैडर का उपयोग करते हैं, तो आपको अपनी एफडी बुक करने का सबसे अच्छा समय तलाशने के लिए ब्याज दर में बदलाव का अनुमान लगाने की जरूरत नहीं होती है. इससे ब्याज दर में बदलाव का प्रभाव बढ़ता है क्योंकि कुछ एफडी कम दरों पर बुक की जा सकती हैं, जबकि अन्य ऊंची दरों पर बुक की जा सकती हैं. आप अपनी सभी एफडी को हाइएस्ट रेट पर लॉक तो नहीं कर सकते, लेकिन सबसे कम ब्याज पर बुक करने से भी बच जाते हैं.